
LP Live, Muzaffarnagar: आवास विकास परिषद मुजफ्फरनगर में नई कालोनी विकसित करने की योजना बना रही है, लेकिन जिन गांवों की जमीनों का अधिग्रहण करने की तैयारी परिषद ने की है, वहां नोटिस जाते ही आपत्तियां सामने आने से पहले ही एक जुटता के साथ विरोध होने लगा है। तीनों गांवों के किसानों की इस मामले पर शेरनगर में पंचायत हुई। जमीन अधिग्रहण को लेकर किसानों ने यूपी के सीएम योगी अदित्यनाथ से मिलने और कोर्ट का दरवाजा खड़ खटाने की रणनीति तैयार की है।


इन तीन गांवों की जमीन अधिग्रहण की है योजना
मुजफ्फरनगर में आवास विकास परिषद मेरठ जानसठ रोड और जौली रोड के बीच के तीन गांव शेरनगर, बिलासपुर और ढंढेरा गांव की जमीन को किसानों से खरीदकर उस पर आवासी कालोनी बसाने की योजना तैयार कर रहा है। इसके तहत आवास विकास परिषद के अधिकारियों ने गांव में पहुंचकर सर्वे भी कर लिया है, जिसके बाद जमीन चिन्हित कर नोटिस की प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन तीनों गांव के लोग जमीनों को नहीं देना चाहते हैं। इसका मुख्य कारण जमीनों को कम दामों पर खरीदना भी है।

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तीनों गांव के लोगों ने की संयुक्त महापंचायत: इस मामले को लेकर शेरनगर में संयुक्त महापंचायत हुई। इसमें सैकड़ों किसानों ने भाग लिया। प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण के खिलाफ एकजुट होकर विरोध किया गया। किसानों ने बताया कि उन्होंने एक भी इंच जमीन नहीं देने का निर्णय लिया है। उन्होंने रणनीति बताई है कि जमीन अधिग्रहण रूकवाने के लिए वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे। वहां से बात नहीं बनेगी तो कोर्ट का दरवाजा खट खटाएंगे। उन्होंने बताया कि यह जमीन सिर्फ खेतों की नहीं है। इसमें ऐतिहासिक धार्मिक स्थल, तालाब आदि शामिल है। पंचायत में मनोज गुर्जर, प्रमोद राठी, सीता सैनी, मनीष पाल, राधेश्याम, विनोद शर्मा, अनिरूद्ध गुर्जर, दाउद, प्रमोद कुमार, कुनाल आदि मौजूद रहे।











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