

पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट पाकिस्तान हैंडलर के संपर्क में था
LP Live, Panipat: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच हरियाणा पुलिस ने पानीपत से एक ऐसे पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया के जरिए भारत की खुफिया जानकारियां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी समूह को भेजता आ रहा है। पकड़े गये आईएसआई एजेंट की पहचान यूपी के शामली जिले के कैराना निवासी नौमान इलाही (28) के रूप में हुई है।
भारत-पाकिस्तान के बीच हाल के तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद पानीपत पुलिस ने 24 वर्षीय नौमान इलाही को गिरफ्तार किया है। नौमान पर पाकिस्तान में बैठे आतंकी इकबाल को देश की संवेदनशील जानकारी भेजने का आरोप है। पानीपत पुलिस की क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआईए) ने इस मामले में गहन जांच शुरू की है। जांच में पता चला कि नौमान लंबे समय से देश-विरोधी गतिविधियों में शामिल था और वॉट्सऐप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए खुफिया जानकारी साझा कर रहा था। बताया जा रहा है कि यूपी के शामली जिले के कैराना का रहने वाला नौमान पिछले कुछ समय से पानीपत में अपनी बहन के यहां रह रहा था और औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर 29 में में एक फैक्टरी में गार्ड की नौकरी करता था। ऑपरेशन सिंदूर के बाद उसकी हरकतों पर कुछ शक हुआ। जिसके बाद पुलिस टीम ने उस पर नजर रखनी शुरू कर दी। नौमान को पानीपत के सेक्टर-13/17 क्षेत्र से एक पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के बाद इस आरोपी की पहचान नौमान इलाही (28) के रूप में हुई है, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना कस्बे में बेगमपुरा मोहल्ले का निवासी है। उसकी बहन जीनत की शादी पानीपत में हुई थी, जिसके बाद नौमान अपनी बहन के पास हॉली कॉलोनी में रहने आया। वह पिछले चार महीनों से पानीपत में रह रहा था। इस दौरान उसने पहले सेक्टर 29 की एक फैक्ट्री में मजदूरी की, फिर एक सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी शुरू की।

पाकिस्तानी हैंडलर से संपर्क
हरियाणा के एडीजी (क्राइम) कुलदीप यादव ने बताया कि आरोपी से पूछताछ में सामने आया है कि वह एक लंबे समय से पाकिस्तान के एक हैंडलर के संपर्क में था। उसके पास से जब्त मोबाइल फोन और डिजिटल सामग्री की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है। इसके अलावा यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह किन सरकारी संस्थानों और ठिकानों की जानकारी साझा कर चुका है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं। प्रारंभिक जांच में कई सुराग हाथ लगे हैं और आशंका है कि उसका संबंध एक बड़े नेटवर्क से हो सकता है। जांच एजेंसियां अब इस मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े पहलू के तहत गंभीरता से ले रही हैं। आरोपी के पिछले संपर्कों और गतिविधियों की कड़ी निगरानी की जा रही है।
