Select Language :

Home » देश » आपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ काल बनकर टूटी भारतीय सेना

आपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ काल बनकर टूटी भारतीय सेना

पाक व पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर आधा दर्जन खूंखार आतंकी भी जहनुम पहुंचे
आतंकवाद के खिलाफ अभी जारी रहेगा आपरेशन सिंदूर: सेना
LP Live, New Delhi: जम्मू कश्मीर में पहलगाम के बाद भारत ने आतंकवाद के लिए शुरु किये आपरेशन सिंदूर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का काल बनकर सामने आया, जिसमें सेना ने पाकिस्तान और आतंकवाद को भारी नुकसान पहुंचाया। एयर स्ट्राइक में सेना ने पाक व पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को तबाह करके उनमें 100 से ज़्यादा आतंकियों को मौत के घाट उतारा, जिनमें आधा दर्जन से ज्यादा खूंखार और कमांडर स्तर के आतंकी भी शामिल रहे। भारतीय सेना के करीब 86 घंटे तक चले आपरेशन के दौरान पाक के हमलों के जवाब में पाकिस्तानी सेना के करीब 40 आफिसर और जवान भी मारे गये हैं।

How to Make a News Portal

भारत और पाक के बीच युद्ध विराम के बाद यह जानकाकरी रविवार शाम को भारतीय सेना के तीनों विंगों के उच्च अधिकारियों ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दी। भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पाकिस्तान के साथ तनाव को लेकर एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय थल सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, भारतीय वायु सेना के महानिदेशक वायु अभियान (डीजीएओ) एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और भारतीय नौसेना के महानिदेशक नौसेना अभियान (डीजीएनओ) वाइस एडमिरल एएन प्रमोद शामिल हुए। भारतीय थल सेना के महानिदेशक सैन्य अभियान लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उद्देश्य केवल आतंकियों का खात्मा था। उन्होंने बताया कि इस अभियान में मुदस्सर खार, हाफिज जमील और यूसुफ अजहर जैसे तीन प्रमुख आतंकियों समेत 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए और उनके ठिकानों को नष्ट करने के प्रमाण भी प्रस्तुत किए गए। लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि भारतीय एजेंसियों ने सीमा पार आतंकी कैंपों की गहराई से पहचान की, जिनमें से कई ठिकाने पहले ही खाली कर दिए गए थे। हालांकि नौ ऐसे ठिकाने मिले जिन्हें सक्रिय माना गया। इनमें से कुछ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) और कुछ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित थे, कसाब और डेविड हेडली जैसे आतंकियों से जुड़े मुरीदके आतंकी अड्डा भी शामिल है।

जवाबी हमले में मारे गये 35-40 पाक सैनिक
9 और 10 मई की रात को भी पाकिस्तान ने एयरफील्ड और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की। थलसेना और वायुसेना की समेकित वायु रक्षा प्रणाली की वजह से हर हमले को नाकाम कर दिया गया। भारत की गोलाबारी में पाकिस्तान की सेना के 35-40 जवान मारे गए। जनरल राजीव घई ने कहा 8-9 मई की रात को, पाकिस्तान ने सीमाओं के पार हमारे हवाई क्षेत्र में ड्रोन और विमान भेजने की हिमाकत की। बड़े पैमाने पर बुनियादी सैन्य ढांचे को निशाना बनाने के कई असफल प्रयास किए गए। पाकिस्तान ने जब नियंत्रण रेखा पर फिर से उल्लंघन किया तो भारत ने आर्टिलरी फायरिंग से मुंहतोड़ जवाब दिया।

पाकिस्तान के एयरबेसों और लडाकू विमानों को किया ध्वस्त
भारतीय सैन्य अधिकारियों ने सबूतों के साथ बताया कि पाकिस्ताान के कई एयरबेस तबाह किए गए हैं, सरगोधा , रहीमयार खान, चकलाला, सक्कर, भोलारी और जकोकाबाद एयर फील्ड को तबाह किया गया। वहीं भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कुछ लड़ाकू विमान हमने मार गिराए हैं, हालांकि उन्होंने संख्या बताने से इंकार कर दिया, लेकिन सेना ने पाक के किसी लडाकू विमान को भारतीय सीमा में नहीं घुसने दिया। वहीं पाक की ओर से करीब 500 ड्रोन व मिसाइल हमलों को एयर सिस्टम से हवा में ही मार गिराया है।

सेना ने दिखाए कार्रवाई के सबूत
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय वायु सेना के महानिदेशक वायु-एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कहा कि हालात कठिन हैं, हम यह प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करना चाहते थे, लेकिन यह ज़रूरी हो गया था। भारतीय वायुसेना ने मुरीदके और बहावलपुर जैसे आतंकी ठिकानों पर हमला किया। वायु सेना ने सटीक हमलों के लिए सैटेलाइट और इंटेलिजेंस आधारित टार्गेटिंग और प्रिसिशन म्यूनिशन का इस्तेमाल किया। भारती ने बताया कि वायुसेना ने बेहद सतर्कता के साथ केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया और किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि पूरी योजना इस तरह तैयार की गई थी कि हमले केवल आतंकी कैंपों पर सटीक रूप से केंद्रित रहें। वहीं राजीव घई ने बताया कि पाकिस्तान ने हाल ही में भारतीय सैन्य अड्डों पर हमले की कई कोशिशें कीं, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने अधिकतर खतरों को समय रहते नाकाम कर दिया। इन हमलों में ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था। ऑपरेशन सिंदूर के तहत वायुसेना ने पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर सटीक मिसाइल हमला कर उसे पूरी तरह नष्ट कर दिया। एयर मार्शल भारती ने ड्रोन और सैटेलाइट फुटेज भी प्रस्तुत किये, जिसमें बहावलपुर में हुए विनाश को साफ तौर पर देखा जा सकता है।

पाक हमले को तकनीक से किया नाकाम
भारतीय वायुसेना के डीजी एयर ऑपरेशन्स एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि 7 मई को पाकिस्तान की गोलाबारी में भारत को कोई क्षति नहीं हुई, क्योंकि वायु रक्षा प्रणाली पूरी तरह सक्रिय और सतर्क थी। उन्होंने कहा कि हमारी तैयारियों के चलते पाकिस्तानी हमले से कोई नुकसान नहीं हुआ और हर संभावित खतरे को समय रहते निष्क्रिय कर दिया गया। वायुसेना के डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशन्स-एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि 8 मई को भारतीय वायुसेना ने लाहौर स्थित पाकिस्तानी निगरानी रडार साइट्स को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई हमारी ओर से एक सधा हुआ जवाब थी। इसके बावजूद पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले जारी रहे, जिन्हें पूरी तरह नाकाम कर दिया गया। एयर मार्शल भारती ने बताया कि पाकिस्तानी ड्रोन और अन्य मानवरहित प्रणालियों ने एक साथ कई भारतीय एयरबेस को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली पहले से तैयार थी और सभी हमलों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया।

Share this post:

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments

खबरें और भी हैं...

वोट करें

Are You Satisfied Lokpath Live

Our Visitor

0 3 1 6 0 0
Total views : 90298

Follow us on