
LP Live, Muzaffarnagar: मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन के नेतृत्व में बुधवार को श्रीराम कालेज के मैदान में माक ड्रील हुई। श्रीराम कालेज के मैदान में हुई माक ड्रील में सायरन बजते ही नागरिक सड़कों पर उल्टे लेट गए। फायर बिग्रेड, स्वास्थ्य विभाग की एंबुलेंस सहित पुलिस की गाड़ियों ने तुरंत एक मकान की छत से बच्चों को रेस्क्यू किया गया। एयर स्ट्राइक से आग की घटना पर काबू पाने के साथ मकान में दबे बच्चों को बाहर निकाला गया।

सहारनपुर की सिविल डिफेंस टीम ने निभाई जिम्मेदारी, दर्शक बने कालेज के छात्र व अन्य
आतंकी हमले के दौरान सभी विभाग व पब्लिक को अलर्ट करने के लिए बुधवार की शाम चार बजे श्रीराम कालेज के मैदान में मॉक ड्रील हुई। मॉक ड्रील की शुरूआत डीएम उमेश मिश्रा व एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने की। पहले से की गई तैयारियों के बीच तेज आवाज में सायरन की आवाज के साथ मॉक ड्रील शुरू हुई। तुरंत सिविल डिफेंस के सीनियर अधिकारी के साथ स्पाट पर मौजूद युवा जमीन पर लेट गए। इसके साथ एक तरफ खड़ी सिविल डिफेंस की टीम ने कालेज के मैदान से सटे मकान की उंची छत पर सीढ़ी लगाई और उपर चढ़कर दो युवाओं को कंधों पर डालकर नीचे उतारा। इसके बाद वहां एंबुलेंस पहुंची और उन्हें मैदान में बने चिकित्सालय कैंप में भर्ती कराया गया। करीब 20 मिनट तक यह प्रक्रिया चली। इसके बाद दूसरा फेस शुरू हुआ। एक जगह लकड़ी एकत्रित कर उसमें आग लगाई गई। इस दौरान एयर स्ट्राइक के दौरान आग लगने व घायलों को दिखाया गया। इस पर काबू पाने के लिए सायरन बजा और फायर बिग्रेड सहित पुलिस और एंबुलेंस की गाड़ियों मौके पर पहुंची। फायर बिग्रेड ने आग बुझाई, वहीं सिविल डिफेंस की टीमों ने घायल अवस्था में पड़े लोगों को एंबुलेंस से अस्पतालों तक पहुंचाया। इतना ही नहीं अंत में एक लोहे के बड़े एंगल के नीचे दो छात्राओं को लेटाकर उन्हें मलबे में दबा दिखाया गया। इस दौरान जीसीबी और कटर की मदद से सिविल डिफेंस टीम ने मकान में दबे लोगों को बाहर निकाला। इसमें पुलिस बल ने भी सहयोग दिया। मॉक ड्रील के दौरान घटना होते ही डाग स्कवायड की टीम ने बम खोजने की प्रक्रिया दिखाई। इस दौरान डीएम उमेश मिश्रा, एसपी सिटी सत्यनारायन प्रजापत, सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप, एसडीएम सदर सहित अन्य प्रशासनिक व चार थानों की पुलिस मौजूद रही।
इन विभागों ने मॉक ड्रील में निभाई जिम्मेदारी
मॉक ड्रील के बाद डीएम उमेश मिश्रा ने इस अभियान में शामिल अधिकारी-कर्मचारियों को प्रेरित किया। मॉक ड्रील में सिविल डिफेंस के साथ अग्निश्मन विभाग, चिकित्सा विभाग, पुलिस विभाग, स्काउट-गाइड्स कैडेट्स, पुलिस और प्रशासनिक विभाग, जिला आपूर्ति विभाग सहित अन्य विभाग ने अपनी भूमिका अदा की।
