LP Live, New Delhi: भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने की दिशा में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने सरसों के तेल की आपूर्ति के लिए असम राइफल्स के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत केवीआईसी असम राइफल्स को स्वदेशी सरसों के तेल की आपूर्ति करेगा, जिसका इस्तेमाल अर्ध सैनिक बलों के भोजन में किया जाएगा।
केवीआईसी के अध्यक्ष मनोज कुमार की उपस्थिति में आयोग के क्षेत्रीय उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी जितेंद्र कुमार गुप्ता और असम राइफल्स के कमांडेंट बीजू के. सैम ने समझौत ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह पहल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के समर्थन में स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा अर्धसैनिक बलों को दिये निर्देशों के अनुरूप यह पहल की गई है। एमएसएमई मंत्री नारायण राणे ने इस कदम का स्वागत किया है।
सीएपीएफ कैंटीनों में स्वदेशी उत्पाद अनिवार्य
गृहमंत्री अमित शाह ने पूरे भारत में सीएपीएफ कैंटीनों पर केवल ‘स्वदेशी’ उत्पादों की बिक्री को भी अनिवार्य किया था। असम राइफल्स जल्द ही लगभग 2.71 करोड़ रुपये मूल्ये के 458 क्विंटल उच्च गुणवत्ता वाले कच्ची घानी सरसों के तेल की आपूर्ति करने का ऑर्डर देगी। केवीआईसी द्वारा इस ऑर्डर पर तेल की आपूर्ति 2022-23 के दौरान की जाएगी। कोल्हूष वाले सरसों के तेल को बीआईएस विनिर्देश संख्या आईएस: 10325-2000 के अनुरूप 15 किलोग्राम वर्ग के आईएसआई चिह्नित टिन और पूरे भारत में लागू बीआईएस/एफएसएसएआई मानदंडों के विनिर्देश के अनुसार 01 लीटर पैट बोतल में पैक किया जाएगा। उल्लेईखनीय है कि केवीआईसी ने हाल ही में सीएपीएफ कैंटीनों को शहद, अचार, खाद्य तेल, अगरबत्ती, पापड़, आंवला कैंडी और सूती तौलिये आदि जैसे उत्पादों की आपूर्ति की है।
मानको के अनुरुप होगी तेल की गुणवत्ता
केवीआईसी द्वारा सरसों के तेल की आपूर्ति उपयुक्तग एफएसएसएआई मानकों के अनुरूप होगी। सरसों के तेल की गुणवत्ता की जांच प्राप्तयकर्ता के यहां डीजी, असम राइफल्स द्वारा बनाए गए अधिकारियों के एक बोर्ड द्वारा की जाएगी।मानव उपभोग के लिए मजबूती, संपूर्णता और फिटनेस की दृष्टि से आपूर्ति किए जाने वाले सरसों के तेल के उपयोग की अवधि या ‘शेल्फी लाइफ’ आपूर्ति की तारीख से लगभग नौ महीने की होगी। असम राइफल्स द्वारा आपूर्ति का ऑर्डर जारी करने की तारीख से 45 दिनों के भीतर केवीआईसी द्वारा यह आपूर्ति की जाएगी। माल भाड़े के आधार पर भंडार को केवल पांच गंतव्यों शिलांग, दीमापुर, मंत्रीपुखरी (इम्फाल), सिलचर और जोरहाट, असम राइफल्स के सभी एमजीएआर स्थानों तक सड़क अथवा रेल परिवहन द्वारा भेजा जाना आवश्यक है।