डोडा जिले में आतंकी हमले में कैप्टन समेत 5 जवान शहीद
आतंकियों की तलाश में चल रहे सर्च अभियान के दौरान हुई मुठभेड़
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख से बातकर ली हालातों की जानकारी, शहीदों को दी श्रद्धांजिल
LP Live, Jammu: जम्मू संभाग के अलग-अलग इलाकों में आतंकियों की तलाश में सेना व सुरक्षा बलों के चल रहे सर्च ऑपरेशन के बीच दहशतगर्द आतंकवादी एक बार फिर से अपने मकसद में काम रहे, जहां डोडा जिला के देसा वन क्षेत्र में एक मुठभेड़ के दौरान कैप्टन समेत पांच जवान शहीद हो गये हैं। पिछले दस दिनों के भीतर यह आतंकवादियों की दूसरी बड़ी वारदात है। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।
जम्मू-कश्मीर में पाक समर्थित आतंकवादी लगातार शांति भंग करने में जुटे हैं, जिसकी वजह से जम्मू-कश्मीर में पिछले दिनों में आतंकी हमलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बताया जा रहा है कि सोमवार को जम्मू संभाग में पिछले आठ दिनों में दूसरी बड़ी मुठभेड़ हुई। डोडा मुठभेड़ में तीन जवान और एक अधिकारी बलिदान हुए हैं। आठ जुलाई को कठुआ मुठभेड़ में भी पांच जवानों का बलिदान हुआ था। दोनों ही मुठभेड़ में दहशतगर्द हाथ नहीं लग सके हैं। दोनों ही हमलों की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है। अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के जवानों ने जम्मू संभाग के जिला डोडा के देसा वन क्षेत्र में सोमवार शाम करीब 7.45 बजे उरारबागी में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई जो अब भी जारी है। देर रात तक चली मुठभेड़ में सेना के अधिकारी और जवान घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान मंगलवार तड़के कैप्टन, सेना के तीन जवान वीर गति को प्राप्त हो गए। डोडा में आतंकवादियों के साथ जारी मुठभेड़ में मंगलवार को एक पुलिसकर्मी, और सेना के एक अधिकारी समेत चार जवान शहीद हो गए।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज जवानों की शहादत पर शोक जताया और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से बात कर वहां की जमीनी हालात का जायजा लिया। आतंकवादियों की तलाश में सेना के हेलीकॉप्टर को भी लगाया गया है।
आतंकी हमलों में वृद्धि
जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी हुई है। नौ जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ ली थी, उसी दिन दहशतगर्दों ने रियासी में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हमला किया था। इससे बस खाई में गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई थी। आतंकियों की ओर से 9 से 11 जून के बीच चार हमले किए। वहीं आठ जुलाई को कठुआ के बदनोटा इलाके में सेना के गश्ती दल पर भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह ने घात लगाकर हमला किया था। हमले में पांच जवान बलिदान हो गए थे। भारतीय सेना ने अपने पांच साथियों के बलिदान का बदला लेने के लिए जिला कठुआ के बिलावर के बदनोता में तलाशी अभियान तेजी से चल रहा है। बीते गुरुवार को जिला पुलिस लाइन कठुआ में बीएसएफ के स्पेशल डीजी, जम्मू कश्मीर डीजीपी आरआर स्वैन, पंजाब के डीजीपी सहित सेना और खुफिया एजेंसियों के आला अधिकारियों ने उच्च सतरीय बैठक की गई।