मुजफ्फरनगर में 50 शिक्षकों पर एक साथ कारवाई
LP Live, Muzaffarnagar: मई के महीने में मुज़फ्फरनगर में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित खंड शिक्षा अधिकारियों को निरीक्षण में 50 शिक्षक स्कूलों में तय समय से लेट आते हुए मिले। शिक्षकों से लेट पहुंचने का कारण पूछा गया तो सभी ने दो-तीन कारण बताए, जो मिलते जुलते कारण रहे। इतना ही नहीं अधिकतर शिक्षकों ने तो अन्य शिक्षकों को भी स्पष्टीकरण में गवाह बना लिया है। बीएसए ने ऐसे 50 शिक्षकों के स्पष्टीकरण पढ़ने के बाद कार्रवाई के आदेश दिए। मंगलवार को मई महीने में लेट पहुंचे सभी विद्यालय के 50 शिक्षकों पर एक दिन के वेतन पर रोक लगाने के आदेश दिए।
स्कूटी में पेंचर और बस को बताया खराब
मई महीने में परिषदीय विद्यालय में लेट पहुंचने पर पकड़े गए शिक्षकों ने बीएसए ने स्पष्टीकरण मांगा, जिसमें अधिकतर शिक्षकों ने बस को खराब होने की समस्या बताई। कुछ ने अपनी स्कूटी खराब बताई तो कुछ ने स्कूटी में पेंचर बताया। चरथावल के बडकली स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापिका अदिति ने स्पष्टीकरण में बताया कि उनकी स्कूटी में पेंचर होने से वह लेट हो गई थी। लालूखेडी की शिक्षा मित्र रूची रानी ने स्पष्टीकरण में बस खराब होने के कारण देरी से पहुंचने का कारण दिया। इसी विद्यालय की इंचार्ज अध्यापक विनीता एडी बेसिक के निरीक्षण में अनुपस्थित मिली थी, उन्होंने भी बस खराब होने की जानकारी स्पष्टीकरण में दी।सहायक अध्यापक अमित धवन भी अपनी स्कूटी में पेंचर होना लेट पहुंचने का कारण बताया।
इन शिक्षक-शिक्षकों पर हुई वेतन कटौती की कार्रवाई
मई महीने में स्कूलों में अनुपस्थित मिलने व लेट पहुंचने वाले शिक्षकों में निपुरा राय जैन, विनिता, बिजेंद्र कुमार, राहुल, रवि मलिक, विनेश प्रवीन, दिव्या, प्रतिभा देवी, खुर्शीद अली, निशा रानी, मेहरूनिशा, कहकशा खातून, बबली देवी, दीपक राणा, सचिन कुमार, इनायत, राजीव, पूजा सिन्हा, सुनील, अमरेश देवी, काजिम अली, सचिन, भारती, नेहा मलिक, काशिफ हैदर, रेशु कुमारी, नीलम, यशपाल, मनोज, पूजा, तरुण, रूची रानी, नीतू देवी, स्नेहा, मौ. आरिफ जैदी, अंशु पंवार, आदिति, शिवम, वसीम, मिनाक्षी, दीपिका, अनामिका पांडेय, ऐशवाना, अमित, अमित धवन, शाहजेब, पोयम जैन, रिद्धी गर्ग, रिहाना प्रवीन, रेशमा शामिल है।
बीएसए बोले: बीएसए शुभम शुक्ला ने बताया, मई के महीने में मेरे व अन्य अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण हुआ। विद्यालय में शिक्षक नहीं मिले। अधिकतर शिक्षक कुछ ही देर में पहुंच गए। चिन्हित किए गए 50 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा तो अधिकतर में एक जैसे ही जवाब मिले। 50 शिक्षकों पर एक दिन के वेतन कटौती की कार्रवाई की गई है।