दिवाली के बाद दिल्ली में फिर बढ़ा प्रदूषण का खतरा
राष्ट्रीय राजधानी के कई एरिया में गंभीर श्रेणी में एक्यूआई
दिल्ली में प्रदूषण विरोधी उपाय को जारी रखने का निर्णय
LP Live, New Delhi: दिवाली से पहले हुई बारिश से मिली राहत के बाद राष्ट्रीय राजधानी की वायु में फिर से जहर खुलने लगा। इसका कारण दिवाली पर हुई पटाखों की गूंज का धुंआ रहा। मसलन दिवाली के बाद दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर आम लोगों के लिए खतरा बनता जा रहा है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मंगलवार को सुबह दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 361 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर श्रेणी’ के स्तर का है। हवा में सुधार होने के बजाए प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। दिल्ली में मंगलवार तड़के आईटीओ पर एक्यूआई 430 आंका गया, जबकि आरके पुरम में एक्यूआई 417, पंजाबी बाग (410) आईटीओ (430) जहांगीरपुरी (428), आनंद विहार (355), अशोक विहार (355), आईजीआई एयरपोर्ट टी3 (426) और रोहिणी (417) दर्ज किया गया। इनमें कुछ हिस्सों में हवा की गुणवत्ता मंगलवार की सुबह ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी रही। मंगलवार सुबह दिल्ली में एक बार फिर सीमित दृश्यता के कारण धुंध छाई रही। गौरतलब है कि दिल्ली में दिवाली से पहले हुई बारिश के कारण वायु प्रदूषण के स्तर में कमी आने से लोगों को सांस लेने में राहत मिली थी, लेकिन दिवाली के बाद अब वायु प्रदूषण में प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है।
दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध जारी
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और घोषणा की कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के अगले आदेश तक जीआरएपी IV नियमों के तहत प्रदूषण विरोधी उपाय दिल्ली में लागू रहेंगे। राय ने एक दिन पहले वायु प्रदूषण को लेकर कहा है कि दिल्ली में आवश्यक सामान ले जाने वाले और आवश्यक सेवाओं से जुड़े ट्रकों और सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रकों को छोड़कर सभी ट्रकों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। दिवाली पर दिल्ली में पटाखे फोड़े जाने से प्रदूषण की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए यह प्रतिबंध बरकरार रखने की बात कहते हुए राय ने कहा है कि दिल्ली में पटाखों के उत्पादन, भंडारण और बिक्री पर प्रतिबंध था, लेकिन यूपी व हरियाणा से दिल्ली में पटाखे लाए गए और फोड़े गये।
सुप्रीम कोट भी सख्त
राष्ट्रीय राजधानी में सुप्रीम कोर्ट ने वायु प्रदूषण को देखते हुए पहले ही पराली जलाने और पटाखों पर प्रतिबंध लगाया था। प्रदूषण कम करने के लिए पटाखों पर सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध के बावजूद, राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में लोगों ने आतिशबाजी चलाकर प्रतिबंध का उल्लंघन किया। गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों से दिल्ली, एनसीआर में हो रही बारिश के बाद दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 215-220 पर आ गया था। लेकिन जब से दिल्ली, यूपी और हरियाणा में लक्षित तरीके से पटाखे जलाने की घटनाएं हुई हैं, तो आज प्रदूषण स्तर 320 तक पहुँच गया है।