18वें जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए कहां तैयार हुआ कन्वेंशन सेंटर
दुनिया के टॉप-10 में शामिल कन्वेंशन कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन
9-10 सितंबर को जी-20 के राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों का सम्मेलन
LP Live, New Delhi: आगामी 9-10 सितंबर को 18वें जी-20 शिखर सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्षों की बैठक के लिए नई दिल्ली में जिस नए कन्वेंशन सेंटर को नए सिरे से तैयार किया गया है, उसका उद्घाटन 26 जुलाई बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। यह कन्वेंशन कॉम्पलेक्स दुनिया के शीर्ष दस कन्वेंशन सेंटरों में शामिल हो गया है।
भारत को जी-20 की अध्यक्षता मिलने के बाद देश में जी-20 शिखर सम्मेलनों की तैयारियां जोर शोर से आरंभ हो गई थी। अभी तक विभिन्न राज्यों में अलग अलग विषयों और मुद्दों को लेकर कई दर्जन शिखर सम्मेलन आयोजित किये जा चुके हैं और किये जा रहे हैं। जबकि जी-20 के राष्ट्रीय अध्यक्षों का 18वां जी-20 शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर को आयोजित होगा। इसके लिए नई दिल्ली के प्रगति मैदान का इंटरनेशनल ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन (आईटीपीओ) कॉम्प्लेक्स पूरी तरह से तैयार किया जा चुका है, जिसका उद्घाटन 26 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। मसलन 18वें जी-20 शिखर सम्मेलन के राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों की दो दिवसीय बैठक इसी नए कन्वेंशन सेंटर में होनी है।
क्यों ऐतिहासिक होगा कन्वेंशन कॉम्पलेक्स
प्रगति मैदान में यह कॉम्पलेक्स करीब 123 एकड़ क्षेत्र में तैयार हुआ है और यह भारत के सबसे बड़े एमआईसीई यानी बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां आयोजित करने के लिहाज से तैयार है। यही नहीं यह कॉम्प्लेक्स दुनिया के 10 सबसे बड़े प्रदर्शनी और कन्वेंशन कॉम्प्लेक्स की सूची में भी शामिल हो गया है। में शामिल हो चुका है। इसी प्रकार के सेंटर जर्मनी और शंघाई में बने हुए हैं। इस लिए इस कन्वेंशन कॉम्पलेक्स को विश्व स्तरीय आयोजनों की मेजबानी करने के हिसाब से तैयार किया गया है। इस कन्वेंशन सेंटर में सात हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है, जो आस्ट्रेलिया में सिडनी के ओपरा हाउस से डेढ़ हजार ज्यादा है। इसके अलावा आईईसीसी में तीन व्यक्तियों के बैठने की क्षमता वाला एक शानदार एम्फीथिएटर भी है, जो 3 पीवीआर थियेटर्स के बराबर है, जिसमें प्रदर्शन, सांस्कृतिक शो और मनोरंजन जैसे कार्यक्रम आयोजित किये जा सकेंगे। इसके अलावा परिसर में पांच हजार से ज्यादा गाड़ियों की क्षमता वाली पार्किंग का निर्माण भी किया गया है।