लोकसभा चुनाव में बेटी को टिकट न मिलने से खफा थी कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण
LP Live, Chandigarh: लोकसभा चुनाव के बाद इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है। इसी बीच हरियाणा में कांग्रेस को उस समय बड़ा झटका लगा, जब कांग्रेस की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री किरण चौधरी और उनकी बेटी पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। दोनों मां बेटी बुधवार को नई दिल्ली में भाजपा में शामिल होंगी।
हरियाणा में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसकी तैयारियों में जुटी कांग्रेस को पार्टी की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी और उनकी बेटी व कांग्रेस की हरियाणा इकाई की कार्यकारी अध्यक्ष श्रुति चौधरी ने इस्तीफा देकर झटका दिया है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पुत्रवधू किरण चौधरी को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का चिर प्रतिद्वंद्वी माना जाता है और ऐसा कहा जा रहा है कि वह हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में भिवानी-महेंद्रगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से श्रुति चौधरी को टिकट नहीं दिए जाने से नाराज हैं। कांग्रेस ने इस सीट से मौजूदा विधायक और हुड्डा के वफादार राव दान सिंह को टिकट दिया था, जो भाजपा के मौजूदा सांसद धर्मबीर सिंह से हार गए। गौरतलब है कि किरण चौधरी की बहन अनुराधा चौधरी पश्चिम उत्तर प्रदेश की राजनीति में सक्रीय है, जो सांसद और विधायक रह चुकी हैं।
भाजपा में होंगी शामिल
किरण चौधरी ने स्वयं पुष्टि करते हुए कहा कि वह और श्रुति दोनों कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होंगी। उन्होंने कहा कि श्रुति कांग्रेस की प्रदेश इकाई की कार्यकारी अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा देंगी। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को इस्तीफा भेजा है, जिसमें किरण ने लिखा कि यहां पार्टी को निजी जागीर की तरह चलाया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि किरण चौधरी अपनी बेटी श्रुति चौधरी के साथ बुधवार को सुबह 10 बजे भाजपा में शामिल हो सकती हैं। दोनों दिल्ली जाकर भाजपा मुख्यालय में पार्टी में शामिल होंगी। इस दौरान वहां सीएम नायब सिंह सैनी व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल भी मौजूद रहेंगे।
कांग्रेस की गुटबाजी चरम पर
हरियाणा कांग्रेस में लोकसभा चुनाव के बाद से ही गुटबाजी चरम पर है। दिन पहले ही किरण ने कहा था कि अब कांग्रेस में उनका भविष्य नहीं बचा है। श्रुति चौधरी की टिकट कटने से नाराज थी बताया जा रहा है कि किरण चौधरी लोकसभा चुनाव में अपनी बेटी श्रुति चौधरी की टिकट कटने से बेहद ही खफा चल रहीं थी, श्रुति के टिकट को लेकर सांसद सैलजा ने भी कहा था कि उनको टिकट मिलता, तो भिवानी सीट भी कांग्रेस के पास होती। विधानसभा चुनावों का बिगुल बजने से पहले ही कांग्रेस की कलह लगतार बढ़ती जा रही है। कांग्रेस हाईकमान को भेजे इस्तीफे में किरण चौधरी ने लिखा कि उन्होंने जिंदगी के 4 दशक वफादारी से कांग्रेस पार्टी को दिए, लेकिन बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि हरियाणा में कांग्रेस को निजी जागीर की तरह चलाया जा रहा है। हरियाणा के जनक चौ.बंसीलाल के संस्कारों व विचारधारा को हरियाणा में प्रसारित करना और क्षेत्र एवं प्रदेश का ईमानदारी से विकास करना मेरी हमेशा प्राथमिकता रहेगी। वहीं श्रुति चौधरी ने लिखा कि वह कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के पद से भी इस्तीफा दे रही हैं।