सियासी भूचाल: कई और विधायक दल बदलने की तैयारी में
LP Live, Chandigarh: हरियाणा विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद सियासी भूचाल शुरु हो गया है। चुनाव का ऐलान होते ही जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के चार विधायकों ने दुष्यंत चौटाला का साथ छोड़ दिया है, जिनके भाजपा में जाने की अटकले लगाई जा रही हैं।
लोकसभा चुनाव से पूर्व ही हरियाणा सरकार में साझेदार रही दुष्यंत चौटाला की जेजेपी व भाजपा का गठबंधन टूटा था। साढ़े चार साल सत्ता में रही जेजेपी ने विधानसभा चुनाव की जोरदार तैयारी शुरु कर दी थी, लेकिन विधानससभा चुनाव का ऐलान होने के बाद दुष्यंत चौटाला की जेजेपी में भूचाल आता नजर आया और सियासी खेल शुरु हो गया। जेजेपी में मची इस भगदड़ के बीच चार मौजूदा विधायकों ने पार्टी से इस्तीफे दे दिये हैं और सूत्रों की माने तो कुछ ओर जेजेपी विधायक पार्टी छोड़ने की तैयारी में हैं। जेजेपी के चार विधायकों देवेंद्र सिंह बबली, रामचरण काल, अनूप धानक और ईश्वर सिंह ने जेजेपी का दामन छोड़ दिया है, जिनके भाजपा में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। पिछले चुनावों में जेजेपी के दस विधायक निर्वाचित हुए थे और भाजपा के साथ मिलकर सत्ता का सुख भोग रहे थे, जिसमें साढ़े चार साल क उप मुख्यमंत्री का पद खुद दुष्यंत चौटाला के पास रहा।
सियासी हलचल तेज
हरियाणा की सियासत में ऐसी भी अटकलें लगाई जा रही है कि दुष्यंत चौटाला की जेजेपी का यह राजनीतिक संकट अभी और ज्यादा बढ़ सकता है, क्योंकि चर्चा है कि हलकों में चर्चा है कि इन चार विधायकों के अलावा जेजेपी के राजकुमार गौतम, जोगीराम सिहाग, रामनिवास सुरजाखेड़ा भी पार्टी छोड़ सकते हैं। इसका कारण यह भी माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में अकेले दम पर लड़ी जेजेपी के एक प्रतिशत वोट भी नहीं मिल पाए थे और उनके सभी प्रत्याशियों को जमानत राशि गंवानी पड़ी थी। इसलिए विधायकों को विधानसभा चुनाव में भी जेजेपी के वोट बैंक खिसकने की आशंका है जिसका पार्टी में भगदड़ मचने का कारण हो सकता है।