

रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ओडिशा से हुए निर्विरोध निर्वाचित
LP Live, New Delhi: राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव के लिए नामांकन वापसी के अंतिम दिन कांग्रेस नेता सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित की गई। वहीं भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा भी निर्विरोध चुने गये हैं। इनके अलावा निर्विरोध निर्वाचित राज्यसभा सदस्यों में भाजपा व अन्य दलों के कई नेता शामिल हैं।
आगामी 27 फरवरी को होने वाले राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव के लिए मंगलवार को नामांकन पत्र वापसी का अंतिम दिन था। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने राजस्थान से नामांकन दाखिल किया था, जिन्हें निर्विरोध चुन लिया गया है। राजस्थान से सोनिया के अलावा भाजपा के चुन्नीलाल गरासिया और मदन राठौड़ को भी राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है। राज्यसभा सदस्य मनमोहन सिंह (कांग्रेस) और भूपेंद्र यादव (भाजपा) का कार्यकाल तीन अप्रैल को समाप्त हो रहा है। भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने विधायक चुने जाने के बाद पिछले साल दिसंबर में इस्तीफा दिया था। जिसके बाद तीसरी सीट खाली थी। राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 115 और कांग्रेस के 70 सदस्य हैं। राज्य में राज्यसभा की 10 सीटें हैं। नतीजों के बाद राज्यसभा में राजस्थान से कांग्रेस के छह और भाजपा के चार सदस्य होंगे।

जेपी नड्डा गुजरात से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित
भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा और पार्टी के तीन अन्य उम्मीदवारों को गुजरात से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुना गया है। राज्यसभा की चार सीटें खाली थीं। सत्तारूढ़ भाजपा ने सभी सीटों के लिए नामांकन पत्र दाखिल किए थे। गुजरात से राज्यसभा की चार खाली सीटों के लिए किसी अन्य ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया। जिसके बाद निर्वाचन अधिकारी रीता मेहता ने नड्डा समेत चारों भाजपा उम्मीदवारों को संसद के ऊपरी संदन के लिए निर्विरोध विजयी घोषित किया। नड्डा के अलावा गुजरात से हीरा कारोबारी गोविंदभाई ढोलकिया, भाजपा नेता जसवंत सिंह परमार और मयंक नायक शामिल हैं। जबकि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को ओडिशा से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुना गया है।
महाराष्ट्र से सभी छह उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित
महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए अशोक चव्हाण सहित छह उम्मीदवारों को निर्विरोध चुना गया है। इन छह उम्मीदवारों में भाजपा ने चव्हाण सहित तीन नेताओं को मैदान में उतारा था। जबकि एकनाथ शिंदे की शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने एक-एक उम्मीदवार उतारा था। भाजपा के उम्मीदवारों में अशोक चव्हाण, पूर्व विधायक मेधा कुलकर्णी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता अजीत गोपछड़े शामिल हैं।
