
सांसदों को मिलने वाली अन्य सुविधाओं में भी किया गया इजाफा,
LP Live, New Delhi: केंद्र सरकार ने लोकसभा और राज्यसभा सांसदों के वेतन तथा पेंशन में बढ़ोतरी कर दी है, इसके लिए संसदीय कार्य मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी की है। मसलन अब सांसदों का वेतन एक लाख से बढ़कर .24 लाख रुपये प्रति माह हो गया है। जबकि दैनिक भत्ते में भी 500 रुपये बढ़तरी के साथ ढाई हजार रुपये कर दिया गया है। जबकि पेंशन 25 हजार से बढ़कर 31 हजार हो गई है। यह बढ़ोतरी आगामी एक अप्रैल से लागू होगी।
संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी की गई अधिसूचना के अनुसार एक अप्रैल से देश के सांसदों को वेतन, पेंशन और दैनिक भत्ता बढ़ी हुई दरों पर मिलेगा। इससे पहले साल 2018 में सांसदों के वेतन व पेंशन में बढ़ोतरी की गई थी, जिसके तहत 2018 में सांसदों का मूल वेतन 1 लाख रुपये महीना तय किया गया था। 2018 के बदलाव के अनुसार सांसदों को अपने क्षेत्र में ऑफिस चलाने और लोगों से मिलने-जुलने के लिए 70 हजार रुपये का भत्ता मिलता है। इसके अलावा उन्हें ऑफिस के खर्च के लिए 60 हजार रुपये महीना और संसद सत्र के दौरान हर दिन 2 हजार रुपये का भत्ता मिलता है। अब इन भत्तों में भी बढ़ोतरी की जाएगी।

सासंदों को ये भी हैं सुविधाएं?
सांसदों को वेतन और दैनिक भत्ते के अलावा हर साल फोन और इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए भी भत्ता मिलता है। वे अपने और अपने परिवार के लिए साल में 34 फ्री डोमेस्टिक फ्लाइट में सफर कर सकते हैं। वे काम के लिए या निजी तौर पर कभी भी फर्स्ट क्लास में ट्रेन से यात्रा कर सकते हैं। सड़क से यात्रा करने पर भी उन्हें ईंधन का खर्च मिलता है। सांसदों को हर साल 50 हजार यूनिट बिजली और 4 हजार किलोलीटर पानी भी मुफ्त मिलता है। वहीं सरकार सांसदों के आवास की भी व्यवस्था करती है। मसलन सांसदों को दिल्ली में 5 साल के लिए बिना किराए के घर मिलता है। उन्हें उनकी सीनियरिटी के हिसाब से हॉस्टल के कमरे, अपार्टमेंट या बंगले मिल सकते हैं। जो सांसद सरकारी घर नहीं लेते, उन्हें हर महीने घर का भत्ता मिलता है।
