
संसद की कार्यवाही अब चार दिन बाद होगी शुरू
LP Live, New Delhi: संसद के दोनों सदनों में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जारी तकरार के बीच लगातार हंगामे के चलते बुधवार को भी कार्यवाही बाधित रही। लोकसभा में कांग्रेस नेता की सदस्यता खत्म होने के बाद तीखे तेवरों में आए कांग्रेस सदस्यों ने आज भी लोकसभा अध्यक्ष के ऊपर कागज के टुकड़े फेंके। हालांकि हंगामे के बीच ही लोकसभा में पेश किये गये वन (संरक्षण) संशोधन विधेयक-2023 व प्रतियोगिता (संशोधन) विधेयक, 2022 को बिना किसी चर्चा के पारित करा लिया गया।
संसद के बजट सत्र में दूसरे चरण के तहत बुधवार सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरु हुई तो कांग्रेस और विपक्षी दलों ने सदस्यों ने अडाणी मामले पर जेपीसी जांच की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। यही नहीं विपक्षी दलों ने आसन के करीब आकर आज फिर कागज के टुकड़े फाड़कर पीठासीन सभापति भर्तृहरि महताब के ऊपर फेंके और स्पीकर के सामने ‘सेव डेमोक्रेसी’ के पोस्टर दिखाए और काले कपड़े लहराए। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही कुछ मिनटों में ही दोपहर 12 बजे तक स्थगित हो गई। जब 12 बजे फिर कार्यवाही शुरू हुई तो सदन के पटल पर दस्तांवेज रखवाए गये। इनके साथ निचले सदन में वन (संरक्षण) संशोधन विधेयक, 2023′ व प्रतियोगिता (संशोधन) विधेयक, 2022 भी पेश कर दिये गये। हंगामे के बीच ही बिना किसी चर्चा के बहुमत के आधार पर प्रतियोगिता (संशोधन) विधेयक, 2022 को पारित करा लिया गया। जबकि विपक्षी दल लगातार पोस्टर लहराते हुए प्रदर्शन करके हंगामा करते रहे। इस हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को सोमवार तीन अप्रैल 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया। उधर राज्यसभा में भी विपक्षी दलों के बरपे हंगामे से कार्यवाही नहीं चल सकी और एक बार के स्थगन के बाद उच्च सदन की कार्यवाही भी सोम
वार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

खरगे ने की बैठक में संसद पहुंचे राहुल
राज्यसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संसद में पार्टी के राज्यसभा और लोकसभा सांसदों के साथ बैठक की। लोकसभा और राज्यसभा के कांग्रेस सांसदों की यह बैठक सुबह 10:30 बजे सीपीपी कार्यालय संसद भवन में हुई। राहुल गांधी अपनी संसद सदस्यता भंग किए जाने के बाद बुधवार को पहली बार संसद पहुंचे। वे यहां कांग्रेस सांसदों की बैठक में शामिल होने आए थे, जहां वे आधा घंटा रुकने के बाद अपनी मां सोनिया गांधी के साथ गाड़ी में बैठकर निकल गए। राहुल की संसद सदस्यता 24 मार्च को रद्द कर दी गई थी। कांग्रेस के समर्थन में धरना तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने संसद में आंबेडकर की मूर्ति के सामने ‘सेव डेमोक्रेसी, फेडरलिज्म एंड पार्लियामेंट’ के बैनर और पोस्टर थामे हुए धरना दिया। वहीं, ममता बनर्जी कोलकाता में केंद्र के खिलाफ धरना दे रही हैं।
रूसी शिष्टमंडल की राज्य सभा के उपसभापति मुलाकात
रूसी संघ की फेडरेल असेंबली स्टेट ड्यूमा के उपाध्यक्ष अलेक्जेंडर बाबाकोव के नेतृत्व में एक संसदीय शिष्टमंडल ने बुधवार को संसद भवन परिसर में राज्य सभा के उपसभापति हरिवंश से मुलाकात की। हरिवंश ने भारत-रूस संबंधों को मजबूत करने में रूस के योगदान की सराहना की और कहा कि दोनों देशों ने कोविड-19 संबंधित कठिनाइयों और अन्य भू-राजनैतिक चुनौतियों के बावजूद सभी स्तरों पर निकट संपर्क बनाए रखा है। हरिवंश ने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि विशिष्ट और विशेषाधिकृत रण
नीतिक साझेदारी की मूल भावना के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व में मजबूत द्विपक्षीय संबंध लगाता नई ऊंचाइयां
छू रहे हैं। उन्होंने इस वर्ष के महत्त्व की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि इस वर्ष दोनों देश भारत-रूस राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। हरिवंश ने उम्मीद जताई कि रूसी संसदीय शिष्टमंडल के मौजूदा दौरे से भारत की जी 20 की अध्यक्षता के की दौरान, जिसमें चिंताजनक वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जा रही हैं, दोनों देशों के आपसी संबंधों में और मजबूत आएगी।
