योगी सरकार 1.25 लाख परिषदीय बालिकाओं को करेगी वित्तीय साक्षर
31 दिसंबर तक पूरी होंगी बालिकाओं की प्रशिक्षण प्रक्रिया
तीन हजार नोडल शिक्षक करेंगे बालिकाओं को प्रशिक्षित
LP Live, Lucknow: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने मिशन शक्ति के तहत परिषदीय विद्यालयों की 1.25 लाख बालिकाओं को वित्तीय साक्षरता से सशक्त करने का फैसला किया है, जिसे 31 दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। इस पहल का उद्देश्य बालिकाओं को वित्तीय ज्ञान और प्रबंधन कौशल से सशक्त बनाना है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और आर्थिक रूप से जागरूक हो सकें।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह ने कहा कि यह अभियान बालिकाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 31 दिसंबर तक प्रशिक्षण पूरा करने की कोशिशें तेजी से जारी हैं। योगी सरकार की यह पहल बालिकाओं को वित्तीय साक्षरता में दक्ष बनाकर उनकी आर्थिक स्वतंत्रता की दिशा में एक बड़ा कदम है। मसलन मिशन शक्ति के अंतर्गत योगी सरकार का लक्ष्य 80 हजार कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी), 35 हजार पीएम श्री योजना के विद्यालयों और 10 हजार अन्य उच्च प्राथमिक विद्यालयों की बालिकाओं को वित्तीय शिक्षा देना है। यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से चलने वाले इस अभियान में बालिकाओं को बचत, बैंकिंग, डिजिटल पेमेंट, बीमा और अन्य वित्तीय विषयों की जानकारी देकर उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाने का प्रयास किया जाएगा।
शिक्षकों के उन्मुखीकरण का कार्य पूरा
अभियान की प्रभावशीलता बढ़ाने हेतु 28 अक्टूबर को यूनिसेफ के सहयोग से 2200 शिक्षकों के उन्मुखीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है। 30 नवंबर तक 3000 नोडल शिक्षकों का प्रशिक्षण भी पूरा करने की योजना है, जो बाद में बालिकाओं को वित्तीय साक्षरता का प्रशिक्षण देंगे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बालिकाओं को विभिन्न वित्तीय अवधारणाएं, धन का प्रबंधन, डिजिटल भुगतान, बीमा और जोखिम प्रबंधन, मुद्रा की पहचान, और वित्तीय धोखाधड़ी से बचाव के उपायों की जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण समाप्ति के बाद बालिकाओं को प्रमाण-पत्र दिए जाएंगे, जो उनके कौशल को प्रमाणित करेंगे और आत्मविश्वास बढ़ाएंगे। वहीं करियर जागरूकता के तहत भविष्य के रोजगार अवसरों से भी परिचित कराया जाएगा।
ऐसा होगा प्रशिक्षण
इस अभियान के तहत परिवार की कुल आय के अनुसार खर्च प्रबंधन के माध्यम से भविष्य की आवश्यकताओं को संयमित करने के तरीके सिखाए जाएंगे। व्यावहारिक गतिविधियों द्वारा उन्हें वास्तविक जीवन के टास्क दिए जाएंगे। अनावश्यक खर्चों में कटौती और बचत बढ़ाने के तरीके सिखाए जाएंगे। आय से बचत योजना बनाने के गुण सिखाए जाएंगे ताकि बड़े खर्चों के लिए पर्याप्त धनराशि जुटाई जा सके। बैंक खाता खोलना, बैंकिंग सेवाओं की जानकारी, और आपात स्थितियों के लिए बचत का महत्व समझाया जाएगा। चेक बुक, एटीएम कार्ड, ब्याज, सावधि और आवर्ती जमा के विषय में जानकारी दी जाएगी। कहानियाँ, गतिविधियाँ और बैंक भ्रमण के माध्यम से बालिकाओं को व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जाएगा।