यूपी में संगीन अपराधों मे लगातार गिरावट
इस साल आठ माह में हत्या में 9 और डकैती में 16 प्रतिशत कमी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुलिस विभाग से और जयादा सुधार करने पर बल
LP Live, Lucknow: प्रदेश की कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने मुहिम रंग ला रही है और पिछले छह साल में अपराधों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। पिछले आठ महीनों के दौरान सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक हत्या के मामलों में नौ फिसदी कमी देखी गई, जबकि डकैती के मामले 16 फीसदी कम हुए हैं।
योगी सरकार ने अपराधों पर नियंत्रण की यह पुष्टि शनिवार को एनेक्सी में कानून व्यवस्था की उच्च स्तरीय बैठक में तब हुई, जब यूपी पुलिस के उच्च अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष पिछले आठ माह की रिपोर्ट प्रस्तुत की। प्रदेश में पिछले 6 वर्षों में जघन्य अपराध हत्या, लूट, डकैती और बलात्कार के मामलों में काफी कमी दर्ज की गयी है। बैठक में इन मामलों में ताबड़तोड़ कार्रवाई करने और लगाम लगाने वाले टॉप फाइव और बॉटम 5 जिलों की रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी। प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में पिछले आठ माह में हत्या के 1921 अभियोग पंजीकृत किये गये, जिसमें से 1322 में आरोप पत्र एवं 90 में अन्तिम रिपोर्ट लगायी। वहीं 509 विवेचनाधीन हैं। पिछले 6 वर्षों में प्रदेश में हत्या में 9.02 प्रतिशत की कमी आयी है। उक्त अभियोगों में संलिप्त 4705 अभियुक्तों में से 4230 अभियुक्तों के खिलाफ कार्यवाही गयी तथा 475 अभियुक्त वांछित हैं, जिसके लिये लगातार छापेमारी की जा रही है। प्रदेशभर में डकैती के 30 अभियोग पंजीकृत किये गये, जिसमें 18 में आरोप पत्र दाखिल किए गए हैं। वहीं 12 मामले विवेचनाधीन हैं। पिछले 6 वर्षों में प्रदेशभर में डकैती में 16.22 प्रतिशत की कमी आयी। इन अभियोगों में संलिप्त कुल 224 अभियुक्तों में से 200 अभियुक्तों के खिलाफ कार्यवाही की गयी तथा 24 अभियुक्त वांछित हैं।
महाराजगंज और कासगंज अव्वल
इसी तरह प्रदेश में लूट के 789 अभियोग पंजीकृत किये गये, जिसमें से 589 में आरोप पत्र एवं 20 में अन्तिम रिपोर्ट लगायी। वहीं 180 विवेचनाधीन हैं। पिछले आठ माह में प्रदेश में लूट के 24.61 प्रतिशत की कमी आयी है। उक्त अभियोगों में संलिप्त 2222 अभियुक्तों में से 2118 अभियुक्तों के खिलाफ कार्यवाही गयी तथा 104 अभियुक्त वांछित हैं, जिसके लिये लगातार छापेमारी की जा रही है।
रेप के मामलों में तेज हुई कार्रवाई
इसी तरह प्रदेश में रेप के 1869 अभियोग पंजीकृत किये गये, जिसमें 1359 में आरोप पत्र एवं 220 में अन्तिम रिपोर्ट प्रेषित की गयी। वहीं 290 विवेचनाधीन हैं। इन अभियोगों में संलिप्त कुल-2578 अभियुक्तों में से 2325 अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवई की गयी तथा 253 अभियुक्त वांछित हैं। बलात्कार में कुछ जिलों में वृद्धि हुई है, जिसमें फतेहगढ़, सीतापुर, खीरी, कौशांबी और हमीरपुर हैं। वहीं बलात्कारियों पर कहर बन तेजी से कार्रवाई करने वाले टॉप 5 जिलों में बदायूं, मुरादाबाद, बिजनौर, अमरोहा और संभल शामिल हैं। जबकि प्रयागराज कमिश्नरेट, शाहजहांपुर, बलरामपुर, कौशाम्बी और फतेहपुर का प्रदर्शन काफी खराब रहा।
इन जिलों को दी चेतावनी
प्रदेश के महोबा, श्रावस्ती, सीतापुर, जालौन और कौशाम्बी में मामले बढ़े हैं। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस जिलों के अधिकारियों को इन पर लगाम लगाने के निर्देश दिये हैं। वहीं हत्या के मामलों में ताबड़तोड़ कार्रवाई करने वालों में अमरोहा, झांसी, जालौन और हरदोई शामिल हैं, जबकि चंदौली, औरेया, ललितपुर और बांदा का प्रदर्शन खराब रहा है। इस सीएम ने इन जिलों के अधिकारियों को सुधारने लाने के साथ सख्त चेतावनी दी है।