यूपी में बेसहारा व गरीब बच्चों के लिए बनेंगे आवसीय विद्यालय
मुजफ्फरनगर समेत 18 शहरो में 1189.88 करोड़ से बने 18 वर्ल्ड क्लास रेजिडेंशियल स्कूल


इसी माह में 16 अटल आवासीय विद्यालयों में शुरु होगा पठन-पाठन शुरू
प्राचार्य, शिक्षक और प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रिया हो चुकी है पूर्ण
LP Live, Lucknow: योगी सरकार प्रदेश के गरीब, अनाथ और श्रमिकों के होनहार बच्चों को बेहतरीन सुविधाओं से युक्त रेजिडेंशियल स्कूलों में पढ़ाने की तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटी है। प्रदेश के 18 जिलों में अटल आवासीय विद्यालयों में से 16 जिलों में भवन निर्माण का काम करीब करीब पूरा हो चुका है।
उत्तर प्रदेश में योजना के तहत 1189.88 करोड़ की लागत से 18 रेजिडेंशियल स्कूलों में सीबीएसई बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त इन स्कूलों में कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा दी जाएगी। इनमें से 16 विद्यालयों में इसी माह अगस्त के अंत तक कक्षा 6 के लिए पठन-पाठन शुरू करने की तैयारी है। इन 18 स्थानों पर आजमगढ़, बस्ती, लखनऊ, अयोध्या, बुलंदशहर (मेरठ), गोण्डा, गोरखपुर, ललितपुर (झांसी), प्रयागराज, सोनभद्र (मीरजापुर), मुजफ्फरनगर (सहारनपुर), बांदा, अलीगढ़, आगरा, वाराणसी, कानपुर, बरेली और मुरादाबाद में अटल आवासीय विद्यालय का संचालन होना है।

नियुक्ति प्रक्रिया भी हुई पूरी
अटल आवासीय विद्यालयों के लिए टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ की नियुक्ति प्रक्रिया को भी करीब करीब पूरा कर लिया गया है। इनमें प्राचार्यों की नियुक्ति 5 अप्रैल तक पूरी हो चुकी है, जबकि प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया को 22 जून को पूरा कर लिया गया है। इसी प्रकार शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया को 26 जून को पूरा कर लिया गया है। वहीं नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए इंटरव्यू प्रक्रिया जारी है, जोकि अंतिम चरण में है। साथ ही सभी स्कूलों के लिए फर्चीनर, मेस सर्विस, फैकल्टी मैनेजमेंट, यूनिफॉर्म और अन्य एसेसिरीज की उपलब्धता को भी जल्द से जल्द पूरी हो जाएगी। ये कार्य भी अंतिम चरण में है।
सभी सुविधाओं से लैस स्कूल
प्रदेश में स्थापित होने जा रहे 18 अटल आवासीय विद्यालयों में जहां मुफ्त हॉस्टल की सुविधा होगी, वहीं बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सेंट्रल एकेडमिक टीम की ओर से यूनिक एकेडमिक करिकुलम भी डिजाइन किया गया है। साथ ही कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, मैथेमेटिक्स लैब, सोशल साइंस लैब, अटल थिंकरिंग लैब और एक्सपेरिमेंटल लैब की भी सुविधा यहां होगी। विद्यालय परिसर पूरी तरह से हरियाली से परिपूर्ण होंगे।
