यूपी की 17 हजार ग्राम पंचायतों में चलेंगी किसान पाठशालाएं
‘लैब टू लैंड’ नारे को साकार कर रहे मिलियन फार्मर्स स्कूल
खरीफ-रबी के सीजन में इन पर करीब 21 करोड़ खर्च करेगी योगी सरकार
LP Live, New Delhi: यूपी सरकार किसानों की बेहतरी के लिए कई योजनाएं चला रही है और कृषि संबन्धी संस्थानों में शोध कार्य भी हो रहा है। इस योजना को योगी सरकार ने ‘लैब टू लैंड’ यानी प्रयोगशाला से जमीन जैसे नारे के बीच ‘द मिलियन फार्मर्स स्कूल’ की शुरुआत की है, जिसके जरिए खरीफ के मौजूदा एवं रबी के आगामी सीजन में प्रदेशभर में 17 हजार ग्राम पंचायतों में किसान पाठशाला आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस पर सरकार करीब 21 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
योगी सरकार ने यूपी में अपने पहले कार्यकाल 2017-2018 में ही रबी के सीजन में ‘द मिलियन फार्मर्स स्कूल’ (किसान पाठशाला) के नाम से एक अभिनव प्रयोग किया था। इसमें हर रबी एवं खरीफ के सीजन में न्याय पंचायत स्तर पर अलग-अलग विषय के विशेषज्ञ किसानों को सीजनल फसल की उन्नत प्रजातियों, खेत की तैयारी, बोआई का सही समय एवं तरीका और समय-समय पर फसल संरक्षण के उपायों की जानकारी देते हैं। वहीं यह भी पता चलता है कि देश-दुनिया में क्या चल रहा है और इसके तुलनात्मक रूप से हम कहां हैं? इसलिए हर क्षेत्र में बेहतरी के बाबत सतत जागरूकता सबसे जरूरी है। खेतीबाड़ी की बेहतरी और किसानों की खुशहाली के लिए भी जरूरी है कि इससे जुड़े संस्थानों में क्या अद्यतन हो रहा है, यह किसान जानें। यूपी सरकार किसानों की बेहतरी के लिए कई योजनाएं चला रही है और कृषि संबन्धी संस्थानों में शोध कार्य भी हो रहा है। इन संस्थानों में जो शोध कार्य प्रदेश के प्रगतिशील किसानों के जरिये आम किसानों तक कैसे पहुंचे। इसके लिए ही किसान पाठशालाओं के आयोजन करने का निर्णय लिया गया है।
मोटे अनाजों पर होगा खास फोकस
इस दौरान सामयिक फसलों के लिए खेत की तैयारी से लेकर उन्नत प्रजाति के बीज, बीज शोधन, बोआई का समय, खाद-पानी और समय-समय पर फसल संरक्षा के उपायों की जानकारी विशेषज्ञों द्वारा दी जाएगी। यही नहीं अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 के मद्देनजर इस बार मोटे अनाजों की खेती पर भी जोर होगा। अलग-अलग फसलों का जिलेवार प्रति हेक्टेयर, प्रति कुंतल अधिकतम एवं न्यूनतम उत्पादन का पता लगाने के बाद इन किसान पाठशालाओं के जरिये न्यूनतम उत्पादन वाले जिलों में संभव कशिश करके उत्पादन बढ़ाने पर भी फोकस करेगी।