निशाने पर आए 16 राशन डीलर, डीएसओ कर रहे जांच
मुजफ्फरनगर में 2018 में भी शासन की सख्ती के बाद सामने आया था ई-पास राशन घोटाला, सप्लाई इंस्पेक्टर पर गिरी थी गाज। जिले के अलग-अलग थानों में राशन डीलरों पर दर्ज हुई थी एफआईआर


LP Live, Muzaffarnagar: मुजफ्फरनगर में 2018 के ई-पास राशन घोटाला के बाद एक बार फिर से जनपद के कुछ राशन डीलरों के विरतण को शासन ने संदिग्ध माना है। एक दिन में 300 से अधिक कार्ड धारकों को राशन वितरण करने वाले डीलरों के खिलाफ शासन से जांच के आदेश हुए। सहारनपुर पूर्ति विभाग के डिप्टी कमिश्नर ने डीएसओ सहित तीन अधिकारियों की जांच टीम बनाकर जांच कराई है। लगभग जनपद के सभी संदिग्ध 16 कोटेदारों की जांच पूर्ण हो चुकी है, जिनकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।
खाद्य आपूर्ति एवं रसद विभाग के आयुक्त ने जनपद में ऐसे राशन कोर्ड धारकों की सूची जारी की, जिन्होंने एक दिन में 300 से अधिक कोर्डों पर एक ही दिन में राशन का विरतण कर दिया। अफसरों ने ऐसे कोटेदारों को चिन्हित कर उनकी जांच के आदेश दिए। इसके बाद मुजफ्फरनगर में 16 कोटेदार चिन्हित किए गए, जिनकी जांच के लिए डीएसओ राघवेंद्र सिंह, एआरओ अमित यादव और सप्लाई इंस्पेक्टर नरेंद्र प्रताप सिंह की जांच टीम सहारनपुर डिप्टी कमिश्नर ने बनाई। टीम ने लगभग चिन्हित 16 कोटेदारों की जांच पूर्ण कर ली है। गांव-गांव जाकर कोर्डधारको के बयान दर्ज किए गए। जांच रिपोर्ट तैयार डिप्टी कमिश्नर को भेजने की तैयारी चल रही है।

इन कोटेदाराें पर बैठी जांच
मुजफ्फरनगर के गांव दूदाहेडी में कोटेदार महिपाल, खुड्डा के जमील अहमद, मेघाखेड़ी के शहजाद, सरवट में सरफराज की तीन दुकानें, सूजडू में सत्तू, जसौई में ब्रजपाल, जौला में सुनीता देवी, पुरबालियान में रिषीपाल, मजलिस्पुरतौफिर में राजेंद्र कवाल में जहीर आलम, भैसानी में राम अवतार, चरथावल ग्रामीण में मौ. सोएब, सरवट में प्रभा रानी के विरतण पर जांच बैठी है।
क्या कहते हैं अफसर
जिले में 16 कोटेदारों की जांच के निर्देश मिले हैं। इन कोटेदारों ने एक दिन में 300 से अधिक कोर्ड पर राशन वितरण किया है। शासन के निर्देशों का पालन कर जांच की जा रही है। अधिकतर की जांच पूर्ण हो गई है। कार्ड धारकों के बयान दर्ज किए गए हैं।
– राघवेंद्र सिंह, डीएसओ मुजफ्फरनगर
