मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष बने नरेंद्र तोमर
मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट से जीता चुनाव
केंद्र में कृषि मंत्री रहते लड़ा विधानसभा चुनाव
LP Live, Bhopal: मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से नरेंद्र सिंह तोमर निर्वाचित हुए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तोमर के नाम का प्रस्ताव रखा और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने उसका समर्थन किया।
वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को बुधवार को सर्वसम्मति से मध्य प्रदेश विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया। नवनिर्वाचित विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुआ। सत्र के लिए विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव ने अध्यक्ष पद के निर्वाचन की प्रक्रिया का जिक्र करते हुए बताया कि निर्वाचन के लिए प्रस्ताव की सात सूचना आई है। इन प्रस्तावों के प्रस्तावक सदस्य अपना प्रस्ताव प्रस्तुत किया और उसका समर्थन किया। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को 66 वर्षीय तोमर को स्पीकर के रूप में चुने जाने का प्रस्ताव रखा, जिसका विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने समर्थन किया। जबकि । पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी तोमर को स्पीकर चुने जाने का प्रस्ताव रखा, जिसका पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने समर्थन किया, जो हाल ही में राज्य की नरसिंहपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीते हैं।
विपक्षी दल कांग्रेस का भी मिला समर्थन
वहीं विपक्षी कांग्रेस विधायक अजय सिंह, जयवर्धन सिंह और राजेंद्र कुमार सिंह सहित पांच और प्रस्ताव भी तोमर के पक्ष में पेश किए गए। उसी के तहत आए सभी प्रस्तावों को प्रस्तुत किया गया और सर्वसम्मति से तोमर को अध्यक्ष चुना गया। तोमर मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा के 19 में अध्यक्ष हैं। निर्वाचन के बाद भार्गव ने तोमर को अध्यक्ष पद पर निर्वाचित होने पर बधाई दी और अध्यक्ष कुर्सी पर आसीन होने के लिए आमंत्रित किया, तो तोमर मुख्यमंत्री मोहन यादव, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य नेताओं के साथ अध्यक्षीय पीठ पर पहुंचकर आसीन हुए। सभी ने तोमर को विधानसभा अध्यक्ष निर्वाचित होने पर बधाई दी।
नरेन्द्र तोमर का राजनीतिक सफर
केंद्र में कृषि मंत्री रहे नरेन्द्र सिंह तोमर 1983 में ग्वालियर में पार्षद के रूप में अपनी पहली चुनावी जीत हासिल करने वाले तोमर हाल ही में संपन्न राज्य चुनावों में मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट से चुने गए। उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और बाद में भाजपा के राज्य प्रमुख सहित विभिन्न पदों पर कार्य किया। 1998 में तोमर ग्वालियर सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे। तोमर 2003 में फिर से उसी सीट से चुने गए। फिर वह भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। 2009 में थोड़े समय के लिए तोमर राज्य से राज्यसभा के लिए चुने गए। बाद में उसी वर्ष, वह मुरैना सीट से लोकसभा के लिए चुने गए। 2014 के लोकसभा चुनावों में, तोमर ग्वालियर संसदीय सीट से भाजपा के टिकट पर चुने गए और नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बने। 2019 के लोकसभा चुनाव में तोमर की सीट बदल दी गई जब उन्होंने मुरैना से सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा और केंद्र में मंत्री पद बरकरार रखा। 3 दिसंबर को, सत्तारूढ़ भाजपा ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 163 सीटें जीतकर मध्य प्रदेश में प्रचंड जीत दर्ज की।