LP Live, New Delhi: जी20 शिखर सम्मेलन के बाद सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सउद के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। इस मौके पर भारत और सऊदी अरब के बीच कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए समझौता हस्ताक्षर भी किये गये।
नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में सोमवार को आयोजित भारत-सऊदी रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली बैठक के कार्यवृत्त पर हस्ताक्षर किए। वहीं दोनों देशों की बीच आर्थिक सहयोग, ऊर्जा के विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी को बल देने के मामले में दोनों देशों के संबंधों को एक नई दिशा मिलेगी। खासतौर से कल भारत, पश्चिमी एशिया और यूरोप के बीच कॉरिडोर स्थापित करने के लिए ऐतिहासिक शुरुआत को लेकर केवल दोनों देश ही आपस में नहीं जुड़ेंगे बल्कि एशिया, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक सहयोग, ऊर्जा के विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी को गति मिलेगी। जी20 सम्मेलन के इतर सऊदी अरब का प्रतिनिधिमंडल भारत के आधिकारिक दौरे पर है।
भारत-सऊदी के बीच रणनीतिक साझेदारी
इस बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा भारत के लिए सउदी अरब हमारे सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारों में से एक है। विश्व की दो बड़ी और तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं के रूप में हमारा आपसी सहयोग पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है। अपनी बातचीत में, हमने अपनी साझेदारी को अगले स्तर पर ले जाने के लिए कई पहलों की पहचान की है। उन्होंने कहा आज की बैठक से हमारे संबंधों को एक नई दिशा मिलेगी और हमें मिलकर मानवता की भलाई के लिए काम करते रहने की प्रेरणा मिलेगी। वहीं अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सउद ने पीएम मोदी को जी-20 शिखर सम्मेलन के प्रबंधन और मध्य पूर्व, भारत और यूरोप को जोड़ने वाले आर्थिक गलियारे सहित हासिल की गई पहलों के लिए बधाई दी और कहा कि इसके लिए आवश्यक है कि हम इसे वास्तविकता में बनाने के लिए लगन से काम करें। उन्होंने कहा कि भारत और सऊदी अरब के बीच विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ता सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है।