

भारत व पाक के नागरिक एक दूसरे के देश छोड़ने में लगे
LP Live, New Delhi: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है। भारत ने पाकिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की और भारत में रह रहे पाकिस्तान के नागरिकों को भारत छोड़ने के लिए 30 अप्रैल तक की समयसीमा तय की गई थी।, लेकिन हजारों नागरिक पाक लौट चुके हैं और अभी किन्ही कारणों से अनेक पाकिस्तानी भारत में ही हैं। इसलिए अब केंद्र सरकार ने भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को राहत देते हुए देश छोड़ने के लिए अगले आदेश तक अनुमति दी है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के नए आदेश के अनुसार केंद्र सरकार ने ऐसे पाक नागरकों को अगले आदेश तक वाघा-अटारी सीमा के रास्ते लौटने की अनुमति दे दी है, जो किन्ही वजह से अभी वापस नहीं जा सके। गृह मंत्रालय के इस संबन्धी पिछले आदेश की समीक्षा की गई और आंशिक संशोधन के साथ अब यह आदेश दिया जाता है कि पाकिस्तानी नागरिकों को उचित मंजूरी के साथ अगले आदेश तक अटारी स्थित एकीकृत जांच चौकी से भारत से पाकिस्तान जाने की अनुमति दी जा सकती है। भारत सरकार ने अल्पकालिक और सार्क वीजा रखने वालों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने का निर्देश दिया था। ऐसे ही मेडिकल वीजा रखने वालों के लिए समय सीमा 29 अप्रैल थी। पिछले हफ्ते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को फोन करके यह सुनिश्चित करने को कहा कि कोई भी पाकिस्तानी निर्धारित समय सीमा से आगे भारत में न रह जाए।

इतने लोगों ने छोड़ा एक दूसरे का देश
केंद्र के निर्देश के बाद से छह दिनों में 55 राजनयिकों और उनके सहायक कर्मचारियों सहित 786 पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा सीमा पार करके भारत छोड़ चुके हैं। पाकिस्तान से 1,465 भारतीय भारत आए हैं। देश छोड़ने संबंधी निर्देश पहलगाम आतंकी हमले के बाद आया था, जिसमें 26पर्यटकों और एक कश्मीरी स्थानीय व्यक्ति को आतंकवादियों ने गोली मार दी थी।
आतंकी हमले के बाद सख्त भारत
पाक समर्थित आतंकियों ने 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने हमला कर 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी थी। यह घाटी में पर्यटकों पर हुए सबसे बड़े हमलों से एक था। हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव है। भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता भी स्थगित कर दिया है।
