भारतीय सेना के तीनों अंगों ने किया संयुक्त अभ्यास ‘एम्फेक्स’
भारतीय वायु सेना, थल व नौसेना के बीच समन्वय बनाने पर बल
LP Live, New Delhi: भारत की तीनों सेनाओं के द्विवार्षिक जल-थल-नभ अभ्यास एम्फेक्स का समापन हो गया है। इस संयुक्त अभ्यास के लिए प्रशिक्षण का मकसद तीनों सेनाओं में पारस्परिकता और तालमेल बढ़ाना है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार भारतीय सेनाओं के तीनों अंगों का यह संयुक्त अभ्यास ‘एम्फेक्स’ आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में किया गया। गत 17 से 22 जनवरी 2023 तक आयोजित इस अभ्यास कार्यक्रम में संयुक्त क्षमताओं को परखा गया, ताकि उनके बीच आपसी पारस्परिकता और तालमेल को बढ़ाने के साथ सहयोग के तहत भारतीय सेना को मजबूत किया जा सके। काकीनाडा में एम्फेक्स अभ्यास पहली बार अब तक का सबसे बड़ा समन्वित अभ्यास रहा। पांच दिन तक चले प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कई संयुक्त अभियान संचालित किए गए, जिसमें बड़ी संख्या में सैनिकों ने हिस्सा लिया। भारतीय थल सेना और भारतीय नौसेना के फोर्स कमांडरों की उपस्थिति में पूर्वी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ वाइस एडमिरल संजय वात्स्यायन, एवीएसएम, एनएम ने एक जल-थल-नभ हमले का सफल संचालन कर एम्फेक्स 2023 का समापन किया।
नौ सौ से ज्यादा सैनिकों ने की भागीदारी
इस अभ्यास में भारतीय नौसेना के बड़े प्लेटफॉर्म वाले डॉक (एलपीडी), लैंडिंग शिप और लैंडिंग क्राफ्ट, मरीन कमांडो (मार्कोस), हेलीकॉप्टर तथा विमानों सहित तीनों सेनाओं के कई जहाजों की भागीदारी देखी गई। भारतीय सेना ने अपने 900 से अधिक सैनिकों के साथ इस अभ्यास में भाग लिया और इस दौरान उनके साथ विशेष बल, तोपखाने तथा बख्तरबंद वाहन भी शामिल थे। भारतीय वायुसेना के जगुआर लड़ाकू विमानों और सी 130 विमानों ने भी अभ्यास में भाग लिया। एम्फेक्स 2023 ने भारत की जल-थल-नभ सैन्य कुशल क्षमताओं का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया और इस दौरान तीनों सेवाओं के संयुक्त संचालन के पूर्ण स्पेक्ट्रम को कवर करने के लिए तीनों सेनाओं के बीच स्थापित उत्कृष्ट समन्वय को प्रदर्शित किया गया।