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प्रसिद्ध ईएनटी सर्जन डा. एमके तनेजा को विशिष्ठ चिकित्सा रत्न सम्मान

दूरस्थ क्षेत्र में कार्य करने वाले चिकित्सकों में रहा अतुलनीय योगदान
LP Live, New Delhi: भारत में चिकित्सकों की सर्वोच्च संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन शाखा दिल्ली मेडिकल ऐसोसिएशन ने चिकित्सक दिवस के उपलक्ष्य में चिकित्सा के क्षेत्र में पिछले 50 सालों से कार्यरत देश के प्रसिद्ध नाक, कान व गला रोग विशेषज्ञ डा. महेन्द्र कुमार तनेजा को विशिष्ठ चिकित्सा रत्न सम्मान से नवाजा है।

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चिकित्सक दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित डीएमए के आयोजित वार्षिक अधिवेशन में प्रत्येक क्षेत्र से चयनित चिकित्सको को सम्मानित किया गया, जिनमें नाक, कान व गला रोग विशेषज्ञ डा. महेन्द्र कुमार तनेजा को विशिष्ठ चिकित्सा रत्न सम्मान से अलंकृत किया गया। यह सम्मान उन्हें दिल्ली में समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए चांदनी चौक के सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने प्रदान किया। समारोह में डीएमए के अध्यक्ष डा. गिरीश त्यागी और सचिव डा. सतीश लाम्बा समेत एसोसिएशन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। देश के प्रसिद्ध एवं एक वरिष्ठतम ईएनटी सर्जन डा. महेन्द्र कुमार तनेजा भारत के एक वरिष्ठतम नाक, कान व गला रोग विशेषज्ञ हैं, जो चिकित्सा के क्षेत्र में 50 वर्षो से कार्यरत हैं। के.जी. मेडिकल कॉलेज लखनऊ से एमबीबीएस, डीएलओ, एमएस (ईएनटी) है। डॉ. तनेजा पूर्व में आल इंडिया ईएनटी डॉक्टर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा सार्क देशो के महासचिव और वर्तमान में सार्क देशो के उपाध्यक्ष मनोनीत है।

बहरापन बचाव के लिए भी मिला था सम्मान
डा. महेन्द्र कुमार तनेजा यूपी के मुजफ्फरनगर जिले के रहने वाले हैं, जो मुजफ्फरनगर और नई दिल्ली में चिकित्सा सेवा देते आ रहे हैं। ईएनटी सर्जन के रुप में नागरिकों के बहरापन बचाव और निवारण के लिए उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा के लिए उन्हें साल 2023 में भी दिल्ली सरकार ने विशिष्ठ सम्मान देकर सम्मानित किया था। इससे पहले भी उन्हें चिकित्सा के क्षेत्र और योगा के लिए अनेक पुरस्कार व सम्मान मिल चुके हैं।

तीन दशक से शोध कार्य में जुटे तनेजा
डॉ. तनेजा की उपलब्धियों का वर्णन करते हुए दिल्ली के सचिवडा. सतीश लाम्बा ने बताया कि डॉ. तनेजा गत 30 वर्षो से Indian Journal of Otology का संपादन कर रहे है। उनके द्वारा 75 अधिक शोध प्रपत्र प्रकाशित है तथा 500 बार उनके शोध का उल्लेख अन्य शोध में संदर्भित (citation) हुआ। डॉ. तनेजा Indian Society of Otology के संस्थापक तथा वगैर निशान कान के छेद से पर्दा लगाने के लिए उत्तरी भारत में जाने जाते है। इस विधि के ऑपरेशन द्वारा सैकड़ो नौजवानो को मेडिकल में rejection के बाद पुलिस और फ़ौज में फिटनेस प्राप्त हुई है। दूरस्थ क्षेत्र में कार्य करने वाले चिकित्सक की भारत में एक अतुलनीय उपलब्धि है। उन्हें विशिष्ठ चिकित्सा रत्न सम्मान से नवाज़ा गया है। डॉ. तनेजा का कार्य सराहनीय है एंव मुज़फ्फरनगर जनपद उनके जीवन में और अधिक सफलता, उन्नति की कामना की गई।

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