पी20 शिखर सम्मेलन: संसदीय अध्यक्षों ने की वैश्विक मुद्दों पर सार्थक चर्चा
मानव केंद्रित विकास में सामूहिक लक्ष्य हासिल पर प्रतिबद्धता: ओम बिरला
LP Live, New Delhi: भारत की अध्यक्षता में जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद सभी सदस्य देशों की संसदों के पीठासीन अधिकारियों ने राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में दो दिन तक चले पी-20 शिखर सम्मेलन में चार सत्रों के दौरान एसडीजी, हरित ऊर्जा, महिला नेतृत्व वाले विकास और डिजिटल सार्वजनिक इन्फ्रस्ट्रक्चर जैसे वैश्विक मुद्दों पर सार्थक चर्चा की।
नई दिल्ली में द्वारका स्थित यशोभूमि इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (आईआईसीसी) में 13-14 अक्टूब यानी दो दिन तक चले पी-20 शिखर सम्मेलन में चार सत्रों का आयोजन किया गया। इस दौरान जी-20 देशों की संसदों के पीठासीन अधिकारियों समेत करीब 27 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और सार्थक चर्चा की। भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत नई दिल्ली पी-20 शिखर सम्मेलन के समापन पर आ गए हैं और अब जी-20 की अध्यक्षता ब्राजील के पास होगी। पी-20 शिखर सम्मेलन के समापन पर भारत की अध्यक्षता में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ‘एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य के लिए संसद’ विषय पर इस पी-20 शिखर सम्मेलन की सफलता में योगदान देने के लिए सभी देशों और उनके प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को धन्यवाद किया और कहा कि इस सम्मेलन में संयुक्त वक्तव्य की सभी देशों की स्वीकार्यता से P-20 प्रक्रिया और मजबूत हुई है।बिरला ने विश्वास जताया कि एसडीजी, हरित ऊर्जा, महिला नेतृत्व वाले विकास और डिजिटल सार्वजनिक इन्फ्रस्ट्रक्चर पर चार सत्रों में आपके बहुमूल्य विचार और इनपुट मानव केंद्रित विकास के लिए जी-20 प्रक्रिया को और मजबूत करेंगे। उन्होंने पिछले दो दिनों के दौरान हुए विचार-विमर्श ने जी-20 के संसदीय आयाम के महत्व को स्पष्ट रूप से रेखांकित किया है और यह भी स्थापित किया है कि किस प्रकार हमारी संसदें एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य के सामूहिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
वैश्विक चुनौतियों का उल्लेख
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कई सदस्यों ने विचार-विमर्श के लिए चयनित विकास एजेंडा से अलग हटकर महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों का भी उल्लेख किया। इनमें हाल कीजियो-पोलिटिकल घटनाएं और आर्थिक मुद्दे सम्मिलित हैं। कई सदस्यों ने पश्चिम एशिया तथा मध्य पूर्व की स्थिति भी शामिल रही। वहीं कुछ अन्य सदस्यों ने बहु-पक्षवाद को मजबूत करने, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने और सप्लाइ चेन के रेजि-लीएन्स की आवश्यकता का उल्लेख किया। इन उल्लेखों को ध्यान से सुनने के बाद बिरला ने कहा कि आज के इंटर-कनेक्टेड विश्व में, हम किसी विशेष मुद्दे को आइसोलेशन में नहीं देख सकते हैं। उन्होंने सभी प्रतिनिधियों द्वारा किए गए सभी अतिरिक्त उल्लेखों और सुझावों का स्वागत किया, जिसमें उन सुझावों को नोट भी शामिलि हैं।
इसी लिए संयुक्त वक्तव्य के पैरा 27 पर सहमति
बिरला ने कहाकि हम संघर्षों और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हुए अंतरराष्ट्रीय शांति, समृद्धि और सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए उत्प्रेरक के रूप मेंप्रासंगिक मंचों पर संसदीय राजनय और परस्पर संवाद जारी रखेंगे। हम आने वाले समय में अपने पूर्ण एजेंडा और अपनी साझा प्रतिबद्धताओं को पी-20, जी-20 और उससे भी आगे बढ़ाने के दृढ़ संकल्प को दोहराते हैं। जनप्रतिनिधि के रूप में, हम संसद-सदस्य-इस विशेष स्थिति में हैं कि हम जनता की आशाओं और आकांक्षाओं के साथ आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आवश्यक नीतियों और कानूनों का निर्माण कर सकें। हमारी भूमिका सरकार के प्रयासों के पूरक के रूप में है तथा जन कल्याण के उद्देश्य से सुशासन सुनिश्चित करने में हमारा विशेष योगदान है।
ब्राजील को बधाई दी
आपकी मेजबानी करना मेरे और मेरी टीम के लिए प्रसन्नता का विषय है। मुझे आशा है कि भारत में आपका प्रवास सुखद रहा होगा। उन्होंने सभी सदस्य देशों से आग्रह किया कि आप अपने प्रवास के दौरान भारत के समृद्ध इतिहास और बहुरंगी संस्कृति का पूर्ण आनंद लें। वह आपके पुनः भारत आगमन पर आपका स्वागत करने और जनकल्याण के विषयों पर अपनी चर्चा को आगे जारी रखने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने इस अवसर पर ब्राजील को उनकी आगामी जी-20 अध्यक्षता के लिए बधाई देते हुए उनकी सफलता की कामना भी की।