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पीएम मोदी ने रखी 5,800 करोड़ की वैज्ञानिक परियोजनाओं की आधारशिला

नई दिल्ली में 25वें राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस कार्यक्रम का किया उद्घाटन

रक्षामंत्री राजनाथ ने राष्ट्र को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने पर दिया बल
LP Live, New Delhi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के 25वें समारोह शुभारंभ करते हुए देश में 5,800 करोड़ रुपये से अधिक की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति से जुड़ी कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित कीं। यह देश में वैज्ञानिक संस्थानों को सुदृढ़ करने के प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

यहां नई दिल्ली के प्रगति मैदान में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2023 के अवसर पर 14 मई तक चलने वाले कार्यक्रम का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने हाल की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति को प्रदर्शित करने वाले एक्सपो का भी शुभारंत किया और एक्सपो का अवलोकन किया। इस अवसर पर उन्होंने स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने शुरु की गई परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि मुंबई में नेशनल हैड्रॉन बीम थेरेपी सुविधा और रेडियोलॉजीकल रिसर्च यूनिट, फिशन मॉलिब्डेनम-99 उत्पादन सुविधा और रेयर अर्थ परमानेंट मैग्नेट प्लांट, विशाखापत्तनम तथा विभिन्न कैंसर अनुसंधान अस्पतालों का उल्लेख किया और कहा कि यह परमाणु प्रौद्योगिकी की सहायता से देश की प्रगति को बढ़ावा देगा। एलआईजीओ-इंडिया की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने इसे 21वीं सदी की अग्रणी विज्ञान और प्रौद्योगिकी पहलों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि वेधशाला विद्यार्थियों और वैज्ञानिकों के लिए अनुसंधान के नये अवसर प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री ने दोहराया कि आज अमृतकाल के प्रारंभिक दौर में 2047 के लक्ष्य हमारे सामने स्पष्ट हैं। हमें भारत को विकसित और आत्मनिर्भर बनाना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 700 जिलों में 10,000 से अधिक अटल टिंकरिंग लैब अब इनोवेशन नर्सरी बन गई हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इनमें से 60 प्रतिशत लैब सरकारी और ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि अटल टिंकरिंग लैब में 12 लाख से अधिक नवाचार योजनाओं पर 75 लाख से अधिक विद्यार्थी बहुत मेहनत से काम कर रहे हैं।

परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण
समारोह के दौरान पीएम मोदी ने जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी, उनमें लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल वेव ऑब्जर्वेटरी- इंडिया (लिगो-इंडिया), हिंगोली, होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र जटनी-ओडिशा और टाटा मेमोरियल अस्पताल मुंबई का प्लेटिनम जुबली ब्लॉक शामिल हैं। जबकि उन्होंने इस मौके पर फीशन मोलिब्डेनम-99 उत्पादन सुविधा मुंबई, रेअर अर्थ परमानेट मेगनेट प्लांट विशाखापत्तनम, नेशनल हैड्रॉन बीम थेरेपी सुविधा नवी मुंबई, रेडियोलॉजिकल रिसर्च यूनिट, नवी मुंबई, होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र विशाखापत्तनम, महिला और बाल कैंसर अस्पताल भवन नवी मुंबई जैसी परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया है।

पोखरण परमाणु परीक्षण ने दी नई दिशा: राजनाथ
समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि 1998 के पोखरण परमाणु परीक्षणों ने दुनिया को यह संदेश दिया कि यद्यपि भारत एक शांतिप्रिय राष्ट्र है जो ‘वसुधैव कुटुंबकम’ और ‘अहिंसा परमो धर्म’ में विश्वास करता है, लेकिन यह किसी को भी राष्ट्र की संप्रभुता, अखंडता और एकता को नुकसान नहीं पहुंचाने देगा। उन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस को देश की तकनीकी उपलब्धियों को स्वीकार करते हुए वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने की प्रेरणा बताया। उन्होंने राष्ट्र की प्रगति में विज्ञान के महत्व को रेखांकित करते हुए इसे शक्ति का स्रोत बताया। राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। वैश्विक मंच पर हमारा कद बढ़ा है और दुनिया, भारत में आशा की एक नई किरण देख रही है। हम एक सुदृढ़ और आत्मनिर्भर ‘न्यू इंडिया’ के निर्माण के अपने दृष्टिकोण को साकार करने में सफल होंगे।

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