दिल्ली के अलीपुर से मुक्त कराए 25 बाल मजदूर
दिल्ली पुलिस व श्रम विभाग ने संस्थाओं के साथ मिलकर की छापेमारी
सात लड़कियों समेत सभी बच्चों को पडोसी राज्य से लाया गया था
LP Live, New Delhi: दिल्ली पुलिस और एसडीएम व श्रम विभाग ने बचपन बचाओं आंदोलन संस्था ‘सहयोग केयर फॉर यू’ के साथ दिल्ली के अलीपुर इलाके की निर्माण इकाईयों में छापेमारी की। इस दौरान इन निर्माण इकाईयों में काम कर रहे 25 बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया है।
नोबेल शांति पुरस्काार से सम्माोनित कैलाश सत्याीर्थी द्वारा स्थापित कैलाश सत्या र्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन(केएससीएफ) की सहयोगी संस्था ‘सहयोग केयर फॉर यू’ ने केएससीएफ के ‘एक्सेस टू जस्टिस’ कार्यक्रम के तहत अलीपुर एसडीएम, लेबर डिपार्टमेंट और दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर अलीपुर इलाके में संयुक्त् छापामार कार्रवाई के तहत इन 25 बच्चों को छुड़ाया है। इन इकाईयों ने इन बच्चों को बाल श्रमिकों के रुप में रखा हुआ था। दिल्ली पुलिस ने इन इकाईयों व उनके मालिकों के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। अलीपुर एसडीएम ने इन निर्माण इकाइयों के मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भी पुलिस को आदेश जारी किए हैं।
बाल श्रमिकों में सात बालिकाएं
अलीपुर इलाके से मुक्तक करवाए गए सभी बच्चोंए की उम्र 9 से 17 साल तक है, इनमें से सात लड़कियां भी शामिल हैं। इन बच्चों से जबरन जूते, क्रॉकरी और सैनिटरी निर्माण की इकाइयों में बाल मजदूरी करवाई जा रही थी। बच्चोंं ने बताया कि उनसे रोजाना 15-15 घंटे काम करवाया जाता था और मजदूरी के नाम पर केवल सौ से दो सौ रुपए मिलते थे।
तस्करी करके लाये गये थे बच्चें
इस कार्यवाही के दौरान बच्चोंण को बालश्रम से मुक्तज करवाने के बाद ‘सहयोग केयर फॉर यू’ के महासचिव शेखर महाजन ने कहा कि इन बच्चोंा को पड़ोसी राज्यों से ट्रैफिकिंग करके लाया गया था। इनको जबरन 15 घंटे काम करने के लिए मजबूर किया जाता था और मजदूरी के नाम पर नाममात्र के पैसे दिए जाते थे। महाजन ने कहा कि संस्था ने एसडीएम और श्रम विभाग से मांग की है कि उक्तम चार निर्माण इकाइयों को सील किया जाए और इनके मालिकों से बच्चोंण को तत्कारल मुआवजा दिलवाया जाए।