
LP Live, Narayanpur: केंद्र सरकार के मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने के लक्ष्य के तहत जारी अभियान में बुधवार को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी नक्सलवादी बसव राजू समेत 30 नक्सली मारे गये हैं, जबकि मुठभेड़ के दौरान एक जवान शहीद हो गया और एक घायल हुआ है।


पुलिस सूत्रों के अनुसार बुधवार सुबह अबूझमाड़ के जंगल से घिरे इलाके में शुरू हुए इस अभियान में नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों के डीआरजी जवान शामिल हैं। खुफिया जानकारी मिली थी कि माओवादियों के ‘माड डिवीजन’ के वरिष्ठ कैडर इस इलाके में मौजूद हैं। इसी इनपुट के आधार पर चार जिलों की डीआरजी टीमों ने संयुक्त रूप से अभियान शुरू किया, जिसके बाद नक्सलियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र के माड़ डिवीजन में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) नारायणपुर, डीआरजी दंतेवाड़ा, डीआरजी बीजापुर और डीआरजी कोंडागांव के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया। इस मुठभेड़ में 27 से ज्यादा नक्सली मारे गये हैं, जिनमें एक करोड़ का इनामी बसव राजू भी शामिल है।

बसव राजू को नंबल्ला केशव राव, कृष्णा, विनय, गंगन्ना, बसवराज, प्रकाश, गगन्ना, विजय, केशव, बीआर, उमेश, राजू, दारापु नरसिम्हा रेड्डी और नरसिम्हा के नाम से भी जाना जाता था। वह जियान्नापेट, कोटाबोम्माली, श्रीकाकुलम (आंध्र प्रदेश राज्य) का रहने वाला था। राजू सीपीआई माओवादी में 2018 से महासचिव था और सेंट्रल कमेटी का सदस्य है। बसवराज पर 2019 वाली घटना में 5 सुरक्षाकर्मियों को आईडी ब्लास्ट के जरिए मारने का आरोप था। बसवराज एनआईए के भी दो मामलों में वांटेड है, जिसके खिलाफ एनआईए 2012 और 2019 में दो एफआईआर दर्ज की थी। सर्च सर्च ऑपरेशन अभी जारी है। सुरक्षा बलों के इस अभियान में नक्सलियों के 150 से ज्यादा बंकरों और देसी हथियार बनाने की फैक्ट्री को भी ध्वस्त किया गया। सूत्रों के अनुसार सुरक्षा बलों के साथ हुई भीषण मुठभेड़ में कम से कम 30 नक्सली मारे गए हैं।











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