केजरीवाल की एक अप्रैल तक बढ़ी ईडी हिरासत
ईडी ने केजरीवाल के खिलाफ सबूत होने का किया दावा


केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का मोबाईल भी किया जब्त
LP Live, New Delhi: दिल्ली शराब घोटाले मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ईडी हिरासत अब एक अप्रैल तक बढ़ा दी है। मसलन अभी पूछताछ के लिए एक अप्रैल तक केजरीवाल ईडी की हिरासत में रहेंगे। इस दौरान ईडी ने केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का मोबाईल भी किया जब्त कर डाटा निकाला है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने गत 21 मार्च को उनके आवास पर तलाशी अभियान और पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था, जिन्हें अगले दिन दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने उस समय पूछताछ के लिए दस दिन की हिरासत मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने छह दिन की हिरासत मंजूर थी, जो गुरुवार को समाप्त हो रही थी। इसलिए ईडी ने केजरीवाल को अदालत में पेश करते हुए सात दिन की हिरासत मांगी, लेकिन कोर्ट ने चार दिन यानि एक अप्रैल तक फिर से ईडी की हिरासत में भेज दिया। इससे पहले ईडी ने अरविंद केजरीवाल को अदालत में जज कावेरी बावेजा के सामने पेश किया। जहां अदालत ने दोनों पक्षों की दलीले सुनने के बाद चार दिन की ईडी हिरासत बढ़ाने का आदेश दिया। सुनवाई के दौरान अदालत में बड़ी संख्या में केजरीवाल समर्थन मौजूद रहे, जिनमें उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल और आप नेता गोपाल राय, आतिशी और सौरभ भारद्वाज भी शामिल थे।

क्या दी गई दलीले
अदालत में सुनवाई के दौरान ईडी की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) एस.वी. राजू ने कहा कि केजरीवाल का आम आदमी पार्टी से जुड़े कुछ लोगों से आमना-सामना कराने की जरूरत है, जिन्हें गोवा से बुलाया गया है। एएसजी ने केजरीवाल पर जांच में सहयोग न करने और गोलमोल जवाब देने का भी आरोप लगाया। ईडी यह भी दावा किया कि ईडी के पास यह दिखाने के लिए सबूत है कि केजरीवाल ने रिश्वत में 100 करोड़ रुपये की मांग की थी। वहीं यह भी कहा कि डिजिटल डेटा की जांच की जानी चाहिए, जिसके लिए ईडी को पासवर्ड की जरूरत है। लेकिन केजरीवाल कहते हैं कि वह अपने वकीलों से पूछेंगे कि पासवर्ड देना है या नहीं।
अदालत ने केजरीवाल की दलीले भी सुनी। केजरीवाल की दलील थी कि इस मामले में अदालत के समक्ष सीबीआई ने 31 हजार पेज और ईडी ने 25 हजार पेज दाखिल किए हैं, लेकिन किसी को भी दोषी नहीं पाया गया है। इसलिए उन्होंने सवाल किया कि उन्हें गिरफ्तार क्यों किया गया? उन्होंने यह भी दावा किया कि लोगों को मामले में सरकारी गवाह बनाया जा रहा है और उन्हें अपने बयान बदलने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
