एसआईटी करेगी गैंगेस्टर संजीव जीवा हत्याकांड की जांच
मुख्यमंत्री के गठित टीम को एक सप्ताह में जांच करने के निर्देश
घायल बच्ची, उसकी मां व सिपाही को देखने अस्पताल पहुंचे सीएम योगी
LP Live, Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एससीएसटी कोर्ट रूम में वकील के वेश में हमलावर ने पश्चिचमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगेस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ संजीव जीवा की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी, जिसमें बच्ची, महिला व एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ। मुख्यमंत्री घायल बच्ची व पुलिसकर्मी को देखने अस्पताल गये। वहीं मुख्यमंत्री ने कोर्ट परिसर में हुई गैंगेस्टर जीवा हत्याकांड की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआईटी गठित कर एक सप्ताह में जांच पूरी करने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोर्ट में कुख्यात अपराधी और माफिया मुख्तार का बेहद करीबी गैंगस्टर संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा संजीव जीवा हत्याकांड की जांच के लिए तीन सदस्य एसआईटी का गठन किया है, जिसमें एडीजी(तकनीकी) मोहित अग्रवाल, अयोध्या के आईजी प्रवीण कुमार तथा आईपीएस नीलब्जा चौधरी शामिल हैं। यह टीम एक सप्ताह में घटना की जांच पूरी कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने गुरुवार को इस घटना के दौरान हुई फायरिंग में घायल हुई एक बच्ची और उसकी मां के अलावा एक पुलिसकर्मी को देखने अस्पताल पहुंचे। इस घटना पर विपक्षी दलों ने कानून व्यवस्था को लेकर सवाल भी उठाए हैं। हालांकि पुलिस ने पहले ही पकड़े गये आरोपी से पूछताछ कर पता लगाया जा रहा है कि घटना में वह अकेला शामिल था या उसके साथ और भी साथी थे और साजिश किसने, कब और क्यों रची। स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने भी कचहरी पहुंचकर मामले की जानकारी ली है। इससे पहले 15 अप्रैल को प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में हत्या हुई थी। यानी 53 दिन में पुलिस कस्टडी में यह तीसरी हत्या है।
जीवा की पत्नी पहुंची सुप्रीम कोर्ट
लखनऊ में मारे गए गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की पत्नी पायल अपने पति के अंतिम संस्कार में शामिल होना चाहती है, जिसकी अनुमति के लिए उसने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। पायल के वकील ने न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस और राजेश बिंदल की वेकेशन बेंच के समक्ष मामले को रखा और गैंगस्टर चार्ट में शामिल पायल ने अपने पति जीवा के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए बेंच से एक दिन की अनुमति मांगी। उत्तर प्रदेश सरकार के वकील ने खंडपीठ के समक्ष दलील दी कि अगर उन्हें अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दी जाती है तो इसपर राज्य सरकार को कोई आपत्ति नहीं होगी। पीठ ने कहा कि वह शुक्रवार को याचिका पर विचार करेगी। सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने तीन बेटों और बेटी का हवाला देते हुए जीवा के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए एक दिन की अनुमति मांगी है।