इंदौर व सूरत देश के सबसे स्वच्छ शहरों में शामिल
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रदान किए ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2023’ पुरस्कार


समारोह में 24 राष्ट्रीय, 20 जोनल और 54 राज्य स्तरीय पुरस्कार भी किए गए घोषित
LP Live, New Delhi: भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2023 वितरण समारोह में 13 पुरस्कार विजेताओं को स्वच्छ शहर, सबसे स्वच्छ छावनी, सफाई मित्र सुरक्षा, गंगा टाउन और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य की श्रेणियों के अंतर्गत सम्मानित किया गया। इस वर्ष सबसे स्वच्छ शहर पुरस्कार की श्रेणी में मध्य प्रदेश के इंदौर और गुजरात के सूरत शहर को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया गया। ‘स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2023’ में ‘शानदार प्रदर्शन करने वाले राज्यों’ की श्रेणी में महाराष्ट्र ने पहला स्थान हासिल किया जिसके बाद मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ रहे।
केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2023 समारोह में इंदौर ने लगातार सातवीं बार सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार हासिल किया, जिसके साथ बंदरगाहों के शहर सूरत शहर को शामिल करते हुए संयुक्त पुरस्कार राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने प्रदान किया। इससे पहले इंदौर ने लगातार 6 सालों तक स्वच्छ शहर का अकेले शीर्ष स्थान हासिल किया था। जबकि जबकि नवी मुंबई को तीसरे स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिला। एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में महाराष्ट्र के सासवड, छत्तीसगढ के पाटन और महाराष्ट्र के लोनावला ने शीर्ष तीन स्थान हासिल किए। मध्य प्रदेश के महू छावनी बोर्ड को सबसे स्वच्छ छावनी बोर्ड घोषित किया गया।

वाराणसी व प्रयागराज सबसे स्वच्छ गंगा शहर
यूपी के वाराणसी और प्रयागराज ने सबसे स्वच्छ गंगा टाउन्स में शीर्ष दो पुरस्कार जीते। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य की श्रेणी में शीर्ष तीन पुरस्कार जीते। साथ ही चंडीगढ़ को सर्वश्रेष्ठ सफ़ाईमित्र सुरक्षित शहर का पुरस्कार मिला। आंकड़ों के अनुसार स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में 4,447 शहरी स्थानीय निकायों ने भाग भाग लिया और इसमें 12 करोड़ नागरिकों की प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं। सरकार का दावा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण है।
सात साल पहले 149वें नंबर पर था इंदौर
वर्ष 2014 में स्वच्छता रैंकिंग में इंदौर का स्थान 149वें नंबर पर था। लेकिन तीन साल में गुणात्मक सुधार कर इंदौर पहले स्थान पर आ गया। तब इंदौर ने देश के स्वच्छता में नंबर वन रहे शहर मैसूर को पछाड़ा था। इंदौर लगातार सातवीं बार स्वच्छता में नंबर वन आया है, लेकिन आठ साल पहले हालात विपरित थे।
ये रहे समारोह में शामिल
अतिथियों में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साई, उपमुख्यमंत्री और यूएडी मंत्री अर्जुन साव, मध्य प्रदेश के शहरी विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, उत्तर प्रदेश के यूडी मंत्री अरविंद कुमार शर्मा समेत देश के विभिन्न हिस्सों से मेयर, राज्य और शहर प्रशासक, सेक्टर पार्टनर्स, विषयों के विशेषज्ञ, युवा संगठन, उद्योग प्रतिनिधि, स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन क्षेत्र में स्टार्टअप, शैक्षणिक संस्थान, एनजीओ, सीएसओ सफाई मित्र, स्वयं सहायता समूह आदि शामिल थे
