‘एक्सप्लोरिंग इनक्लूसिव इनोवेशन: द तेलंगाना मॉडल’ पर होगा कार्यक्रम
LP Live, Hyderabad: तेलंगाना की बीआरएस सरकार के राज्य में विकास योजनाओं से कायाकल्प करने वाले तेलंगाना मॉडल की गूंज अंतराष्ट्रीय स्तर तक पहुंची है। अब ब्रिटेन में लंदन के ऑक्फोर्ड विश्वविद्यालय ने भी तेलंगाना के विकास की तीव्र गति को स्वीकारा है। इस मॉडल पर व्याख्यान के लिए विश्वविद्यालय ने बीआरएस की नेता और एमएलसी के. कविता को आमंत्रित किया है, जहां वे विकास के ‘तेलंगाना मॉडल’ पर चर्चा में भाषण देंगी।
बीआरएस के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में 30 अक्टूबर 2023 को ‘एक्सप्लोरिंग इनक्लूसिव इनोवेशन: द तेलंगाना मॉडल’ शीर्षक से आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम में होने वाली चर्चा के लिए तेलंगाना की एमएलसी एवं पूर्व सांसद कल्वाकुंतला कविता मुख्यमंत्री केसीआर के तेलंगाना में विकास मॉडल पर भाषण देने के लिए ब्रिटेन जा रही हैं, यूनिवर्सिटी प्रतिष्ठित वक्ता के रुप में वैश्विक विचारकों को बढ़ावा देने की दिशा में भारतीय राजनेता कविता का स्वागत करने के लिए तैयार है। कविता का व्याख्यान प्रगतिशील नीतियों, रणनीतियों और विकास के क्षेत्र में हो रही पहलों की एक झलक पेश करेगा, जिन्होंने तेलंगाना को समावेशी विकास के प्रतीक के रूप में विशिष्ट रूप से स्थापित किया है। प्रभावशाली विषयों पर वैश्विक संवाद ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की समृद्ध परंपरा को देखते हुए यह चर्चा तेलंगाना में अग्रणी शासन और विकास कार्यों की एक महत्वपूर्ण मान्यता का प्रतीक है। के. कविता भारत की एक सशक्त राजनीतिक नेता और दूरदर्शी जनप्रतिनिधि हैं, जो मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव की बेटी भी हैं।
जल संबन्धी योजनाएं बनी सबब
मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव के कुशल नेतृत्व में तेलंगाना ने संसाधनों और अवसरों के समान वितरण की वकालत करते हुए समग्र विकास का एक अभूतपूर्व मॉडल पेश किया है। इस अनूठे दृष्टिकोण ने राज्य को अभूतपूर्व आर्थिक ऊंचाइयों तक ही नहीं पहुंचाया, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया है कि समृद्धि सामाजिक-आर्थिक विभाजनों को पार करते हुए हर जीवन के पहलुओं को छुएं। तेलंगाना की यात्रा का सार पर गौर की जाए तो कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना, मिशन भगीरथ, हरिथा हरम, मिशन काकतीय जैसी रणनीतिक पहलों और नए अस्पतालों के निर्माण के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं के उन्नयन और कांति वेलुगु जैसे कार्यक्रमों की शुरूआत जैसी स्वास्थ्य देखभाल पहलों से है। इस विशेष चर्चा के दौरान एमएलसी कविता द्वारा आंखों की देखभाल, ग्रामीण विकास, औद्योगिक विकास, किसान समर्थन, सामाजिक कल्याण, डिजिटल क्रांति जैसे जमीनी स्तर के कार्यक्रमों को साझा किए जाने की उम्मीद है।