सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त हुए दो नए न्यायाधीश
मुख्य न्यायाधीश जस्टिस चंद्रचूड़ ने दिलाई शपथ


फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में 34 जजों की क्षमता पूरी
LP Live, New Delhi: सुप्रीम कोर्ट में 34 न्यायाधीशों की क्षमता शुक्रवार को पूरी हो गई, जहां नियुक्त दो जजों को मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड ने शपथ दिलाई।
केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय का कार्यभार ग्रहण करने के बाद नए कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने गुरुवार को ही ट्विट करके सुप्रीम कोर्ट में दो नए जजों की नियुक्ति की जानकारी दे दी थी, जिनकी मंजूरी राष्ट्रपति ने दी थी। सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड ने नियुक्त आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और वरिष्ठ अधिवक्ता के जज बने कल्पति वेंकटरमन विश्वनाथन को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के तौर पर पद की शपथ दिलाई। मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने शीर्ष अदालत के सभागार में आयोजित शपथ-ग्रहण समारोह में इन नए जजों को पद की शपथ दिलाई। जस्टिस मिश्रा और जस्टिस विश्वनाथन के शपथ होते ही सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की स्वीकृत 34 जजों की संख्या पूरी हो गई है। यानी सुप्रीम कोर्ट फिलहाल फुल बेंच के साथ काम करेगा। हालांकि यह पूरी क्षमता ज्यादा समय के लिए है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस के.एम. जोसेफ, अजय रस्तोगी और वी. रामासुब्रमण्यन अगले महीने जून में सेवानिवृत्त हो जाएंगे।

अधिवक्ता से सीधे जज नियुक्त
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने कहा कि वर्तमान में बार से केवल एक सदस्य को सीधे सुप्रीम कोर्ट की बेंच में नियुक्त किया गया है, और उनकी राय में विश्वनाथन सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में नियुक्त होने के लिए उपयुक्त हैं। विश्वनाथन का जन्म 26 मई, 1966 को हुआ था, वह 25 मई, 2031 तक न्यायाधीश के रूप में काम करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट में ग्रीष्मकालीन अवकाश
सूत्रों के अनुसार सुप्रीम कोर्ट में ग्रीष्मावकाश 22 मई से दो जुलाई तक रहेगा। जस्टिस विश्वनाथन 11 अगस्त, 2030 को जस्टिस जे बी पारदीवाला के सेवानिवृत्त होने के बाद भारत के प्रधान न्यायाधीश बनेंगे और 25 मई, 2031 तक इस पद पर रहेंगे। जस्टिस मिश्रा और जस्टिस विश्वनाथन की शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के तौर पर नियुक्ति की मंजूरी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कार्यालय से गुरुवार को जारी की गई थी।
