

रेल मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक बोले रेलमंत्री
LP Live, New Delhi: भारतीय रेलवे के कायाकल्प के लिए चलाई जा रही विभिन्न रेल परियोजनाओं में रेलवे की अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत 1275 रेलवे स्टेशनों का उन्नयन और आधुनिकीकरण किया जाएगा। वहीं ट्रेनों में खानपान के लिए कैटरिंग व्यवसाय में भी यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर व्यापक बदलाव किये गये है, जिसमें ई-कैटरिंग शुरु करना भी शामिल है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को यहां आयोजित रेल मंत्रालय से संबद्ध संसदीय सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी। में बैठक के एजेंडे में भारतीय रेल में खानपान सेवाएं और भारतीय रेल स्टेशन विकास-अमृत भारत स्टेशन योजना पर चचर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों से रेलवे ने जहां खानपान सेवाओं का गहन विश्लेषण किया है, वहीं कैटरिंग व्यवसाय में आमूलचूल परिवर्तन के लिए संरचनात्मक सुधार भी शुरू किए हैं। पैंट्रीकार और मिनी पैंट्री के साथ 473 जोड़ी ट्रेनें हैं और 706 जोड़ी ट्रेनों में ट्रेन साइड वेंडिंग की सुविधा है। भारतीय रेल की 9342 छोटी और 582 प्रमुख स्टैऔटिक इकाइयां हैं जिनमें जन आहार आउटलेट, फूड प्लाजा और रिफ्रेशमेंट रूम शामिल हैं। भारतीय रेल की कैटरिंग नीति है, जिसका उद्देश्य ट्रेनों की कैटरिंग सेवाओं को बंद करके रेल यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण भोजन प्रदान करना और भोजन तैयार करने और भोजन वितरण के बीच प्राथमिक अंतर पैदा करना है। भारतीय रेलवे में खानपान सेवाओं के विषय बताया कि 1.8 करोड़ यात्री भारतीय रेल में यात्रा करते हैं और यात्रियों के लिए ट्रेनों और स्टेशनों में पर्याप्त खानपान सुविधाओं का प्रावधान और उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। भारतीय रेल में ई-कैटरिंग योजना भी शुरू की गई है। मोबाइल और स्टैटिक कैटरिंग इकाइयों दोनों में कैशलेस लेनदेन की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। गुणवत्ता और सेवा मानकों को सुनिश्चित करने के लिए कैटरिंग सेवाओं की तीसरे पक्ष द्वारा लेखा परीक्षा भी की जाती है। खानपान सेवाओं की निगरानी और पर्यवेक्षण के लिए नियमित और औचक निरीक्षण किया जाता है।

देश के स्टेशनों का विकास
रेलवे ने स्टेशन विकास विषय पर बताया कि भारतीय रेल के स्टेशन का उन्नयन व आधुनिकीकरण का काम कर रहा है। अब तक तीन स्टेशनों-मध्य प्रदेश में रानी कमलापति, गुजरात में गांधीनगर और कर्नाटक में सर एम विश्वेश्वरैया रेलवे स्टेशन-का पुनर्विकास व आधुनिकीकरण किया गया है। इन तीन स्टेशनों से प्राप्त अनुभव के आधार पर भारतीय रेल में स्टेशनों के विकास के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना शुरू की है। इस योजना में भारतीय रेलों के उन्नयन व आधुनिकीकरण के लिए 1275 स्टेशनों को लेने की परिकल्पना की गई है। इसमें स्टेशनों पर सुविधाओं में सुधार के लिए चरणबद्ध तरीके से मास्टर प्लान तैयार करना और उनका कार्यान्वयन शामिल है, जैसे स्टेशनों की पहुंच में सुधार, सर्कुलेटिंग क्षेत्र, प्रतीक्षालय, टॉयल्स , लिफ्ट/एस्केलेटर, स्वच्छता, फ्री वाई-फाई, ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ योजना के माध्यम से स्थारनीय उत्पा्दों के लिए कियोस्क, बेहतर यात्री सूचना प्रणाली, एक्जी क्यूतटिव लाउंज, व्यावसायिक बैठकों के लिए नामित स्थान, लैंडस्कैकपिंग जैसी आवश्यकता को देखते हुए काम होगा। इस योजना में भवन में सुधार, स्टेशन को शहर के दोनों किनारों के साथ एकीकृत करने, मल्टीमॉडल एकीकरण, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं, टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल समाधान, गिट्टी रहित पटरियों का प्रावधान, आवश्यकता के अनुसार ‘रूफ प्लाजा’, चरणबद्ध और व्यवहार्यता और लंबी अवधि में स्टेशन पर सिटी सेंटरों के निर्माण की भी परिकल्पना की गई है।
