जम्मू-कश्मीर: हर मौसम के अनुकूल बिछने लगा सड़कों का जाल
नितिन गडकरी व मनोज सिन्हा ने श्रीनगर-बनिहाल सेक्शन का निरीक्षण किया
जम्मू से उधमपुर-रामबन-बनिहाल से श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रहा है ये सेक्शन
LP Live, New Delhi: केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में सड़क संपर्क मार्ग के लिए हाईवे और सुरंग सड़को का ऐसी तकनीक से निर्माण करा रही है, जिस पर किसी भी मौसम में आवगमन बेहत आसान और सरल होगा। इन परियोजनाओं के पूरा होने पर जम्मू से से श्रीनगर का सफर घटकर केवल तीन घंटे का रह जाएगा। मंगलवार को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय राज्य मंत्री (डॉ.) वी. के. सिंह (सेवानिवृत्त) तथा केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह के साथ जम्मू से उधमपुर-रामबन-बनिहाल से श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 44) के श्रीनगर-बनिहाल सेक्शन का निरीक्षण किया।
जम्मू और श्रीनगर के बीच आवाजाही को सुगम बनाने के लिए 35 हजार करोड़ रुपए की लागत से तीन कोरिडोर बनाए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत जम्मू से उधमपुर-रामबन-बनिहाल और उससे आगे श्रीनगर तक के पहले कोरिडोर में श्रीनगर से बनिहाल तक का सेक्शन शामिल है। 250 किलोमीटर लंबी यह सड़क 16 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनाई जा रही है। इसमें से 210 किलोमीटर का चार लेन का मार्ग पूरा हो गया है, जिसमें 21.5 किलोमीटर की 10 सुरंगें शामिल हैं। बनिहाल में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चल रहे काम और एक बार सभी सुरंगें पूरी हो जाने के बाद श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर यात्रा का समय घटकर तीन घंटे हो जाएगा। वहीं रामबन और बनिहाल के बीच 45 किलोमीटर के दायरे में पांच सुरंगें बनेंगी, जबकि इनमें से एक का उद्घाटन हो चुका है। उन्होंने कहा कि एक बार सभी सुरंगें पूरी हो जाने के बाद श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर यात्रा का समय घटकर तीन घंटे हो जाएगा। आज, हमने एक सुरंग पर सफलता हासिल की है और अगले तीन को अगले साल मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा। पांचवीं सुरंग थोड़ी कठिन है और इसमें थोड़ा अधिक समय लग सकता है। राजमार्ग पर एक रिसॉर्ट भी बनाया जाएगा जहां कश्मीरी हस्तशिल्प का प्रदर्शन किया जाएगा। एक बार राजमार्ग और सुरंगें तैयार हो जाने के बाद, सड़क कटरा और अंत में दिल्ली से जुड़ जाएगी। इस तरह, जम्मू-कश्मीर देश के बाकी हिस्सों से जुड़ जाएगा।
तकनीकी डिजाइन से निर्माण: इस सड़क का चार लेन का डिजाइन जियो-टेक्नीकल तथा जियोलॉजिकल जांच के आधार पर तैयार किया गया है, ताकि इस क्षेत्र में संभावित भू-स्खलन से निपटा जा सके। जम्मू और श्रीनगर के बीच यात्रा को सुरक्षित तथा सहज बनाने के लिए क्रैश बेरियर और अन्य सड़क सुरक्षा उपाय किए गए हैं। इस मार्ग के बनने से जम्मू और श्रीनगर के बीच सभी मौसम में कनेक्टिविटी होगी। श्रीनगर से जम्मू का यात्रा समय 9-10 घंटे से कम होकर 4-5 घंटे रह जाएगा। जून 2024 तक रामबन और बनिहाल के बीच 40 किलोमीटर की चार लेन सड़क का केरिज-वे तैयार हो जाएगा, जिससे श्रीनगर के आने-जाने वाले लोगों को राहत मिलेगी। अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र में संभावित भूस्खलन पर काबू पाने के लिए भू-तकनीकी और भूवैज्ञानिक जांच के आधार पर इस सड़क को 4 लेन का डिजाइन किया गया है। जम्मू और श्रीनगर के बीच यात्रा को सुरक्षित और सुचारू बनाने के लिए क्रैश बैरियर और अन्य सड़क सुरक्षा उपाय भी किए गए हैं।
माता वैष्णो देवी की पूजा अर्चना की
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जितेंद्र सिंह और वी के सिंह ने मंगलवार को उप राज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों के ऊपर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री गडकरी विभिन्न राजमार्ग परियोजनाओं की समीक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर रहे। इससे पहले उन्होंने जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई परियोजनाओं का निरीक्षण कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने कटरा में
इंटर मॉडल रेलवे स्टेशन का भी निरीक्षण किया।