उत्तर प्रदेश
अधिकारी कार्यालय आते ही देखेंगे जन शिकायतें


LP Live, Muzaffarnagar: एसडीएम वित्त एवं राजस्व गजेन्द्र कुमार ने कहा कि आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का गुणवत्तापरक समय सीमा के अन्तर्गत निस्तारण सुनिश्चत किया जाए। निर्देश दिए कि अधिकारीगण प्रतिदिन अपना पोर्टल खोले और देखे कि उनके विभाग से सम्बन्धित यदि कोई शिकायत है तो उसका निस्तारण उसी दिन करें। शिकायतों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की उदासीनता एवं हीला-हवाली बर्दास्त नहीं हागी। विभागीय अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

जिला पंचायत सभागार में बुधवार को मुजफ्फरनगर के सभी सरकारी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी के आईजीआरएस पर लम्बित शिकायतों की समीक्षा की गई। उन्होने बताया कि जिन अधिकारियों ने समय सीमा के अन्तर्गत शिकायतों का निस्तारण नही किया है और वे सी श्रेणी एवं डिफाल्टर श्रेणी में है। उन पर डीएम ने कडा रूख अपनाया है और निर्देष दिये कि तत्काल शिकायतों का निस्तारण करे। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री संदर्भ, ऑनलाइन संदर्भ, जिलाधिकारी संदर्भ सहित सम्पूर्ण समाधान दिवस के संदर्भो का समय से निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन इन सभी संदर्भो की उनके द्वारा मानीटरिंग की जा रही है और समीक्षा के उपरान्त जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया जा रहा है।
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि प्रतिदिन कार्यालय आते ही अधिकारी स्वयं पोर्टल खोलकर यह सुनिश्चत करे कि यदि उनसे सम्बन्धित कोई शिकायतों पोर्टल पर अनिस्तारित है तो उसे निस्तारित करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय को भी अवगत कराये। उन्होने कहा कि भविष्य में जिन अधिकारियों की शिकायतों सी श्रेणी या डिफाल्टर श्रेणी में पायी जायेगी उनके विरूद्व कार्यवाही के लिए शासन को पत्र भेजा जायेगा। बैठक में खाद्य सुरक्षा विभाग की सहायक आयुक्त अर्चना धीरान, पूर्ति विभाग से एआरओ अमित यादव, सप्लाई इंस्पेक्टर नरेंद्र प्रताप सिंह, राजेंद्र कुमार, कमुधि पाल, डीआओएस, बीएसए, जिला उद्योग केंद्र की उपायुक्त जैसमिन आदि अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
