जीआइसी प्रधानाचार्यों की पकड़ से दूर अपंजीकृत विद्यालय
LP Live, Muzaffarnagar: जनपद के विद्यालयों में कोई अप्रिय घटना होने पर सामने आ रहे अपंजीकृत विद्यालयों के बाद डीआइओएस ने सभी विद्यालयों के लिए जांच की योजना बनाई है। इस योजना की प्रक्रिया में उन्होंने राजकीय इंटर कालेज के प्रधानाचार्यों को टास्क सौंपा। इस टास्क में प्रधानाचार्यों ने अपने-अपने क्षेत्रों में पंजीकृत विद्यालयों की जांच तो पूर्ण की, लेकिन कोई भी विद्यालय ऐसा नही निकाल पाएं, जो क्षेत्र में बिना मान्यता चल रहा है।


जनपद में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 285 विद्यालय जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से पंजीकृत है। इन विद्यालयों की मान्यता और नियमों के पालन की जांच के लिए डीआइओएस डा. धर्मेंद्र शर्मा ने जनपद में संचालित सभी राजकीय विद्यालयाें के प्रधानाचार्यों को जिम्मेदारी दी थी। करीब एक महीने पहले दी गई जिम्मेदारी को लगभग पूरा कर लिया गया है, लेकिन प्रधानाचार्यों ने केवल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में पंजीकृत विद्यालयों की ही जांच की है, जबकि उनके क्षेत्र में चल रहे ऐसे अपंजीकृत विद्यालयों की भी रिपोर्ट डीआईओएस को देनी थी, जो बोर्ड में बिना पंजीकरण चल रहे हैं। हालांकि कुछ प्रधानाचार्यों का यह मानना था कि बिना पंजीकरण चलने वाले अधिकतर विद्यालय पांचवीं कक्षा तक ही संचालित रहे हैं। डीआईओएस डा. धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि अभी जांच रिपोर्ट पूर्ण राजकीय विद्यालयों से उन्हें प्राप्त नहीं हुई है। पूर्ण रिपोर्ट आने के बाद अवैध रूप से संचालित विद्यालयों की जांच कराई जाएगी। यदि किसी प्रधानाचार्य द्वारा अपंजीकृत विद्यालय की सूचना दी जाएगी तो स्वयं व बीएसए के माध्यम से कार्रवाई होगी।
