एमएसएमई उद्यमियों को 50 हजार करोड़ देकर यूपी ने बनाया रिकार्ड
एक बार में इतना ऋण देकर योगी सरकार ने रचा इतिहास
यूपी सरकार का नौजवान, महिला, व्यापारी और उद्यमी को आत्मनिर्भर बनाना लक्ष्य
LP Live, Lucknow: विश्वकर्मा जयंती की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लघु, सूक्ष्म और मध्यम यानी एमएसएमई उद्योग के उद्यमियों को 50,000 करोड़ रुपए देकर इतिहास रच दिया है। उत्तर प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है, जिसने एक बार में इतने बड़े पैमाने पर उद्यमियों को ऋण दिया है।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने शनिवार को लखनऊ स्थित लोकभवन में ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजना के तहत टूल किट वितरण एवं एमएसएमई जुड़े उद्यमियों के ऋण वितरण समारोह में यह रिकार्ड बनाया है। सीएम योगी ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना और ओडीओपी योजना के कुछ लाभार्थियों को प्रतिकात्मक तौर टूल किट दिया। वहीं एमएसएमई उद्यमियों को ऋण भी वितरित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप यूपी सरकार प्रभावी ढंग से धरातल पर उतार रही है और नए भारत का नया उत्तर प्रदेश बनाने की दिशा में उनकी सरकार ने उत्तर प्रदेश के परंपरागत उद्यम के लिए एक जिला एक उत्पाद योजना प्रारम्भ की थी, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने लोकल फॉर ग्लोबल और आत्मनिर्भर भारत योजना की आधारशिला माना है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में एमएसएमई की 96 लाख से ज्यादा इकाइयां चल रही हैं और इस योजना ने यूपी में रोजगार सृजन और एक्सपोर्ट को बढ़ाने में बड़ी भूमिका का निर्वहन किया है।
अब तक दिया 66 हजार करोड़ का ऋण
प्रदेश के युवाओं, महिलाओं, व्यापारियों और छोटे उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत योगी सरकार ने पिछले छह वर्ष में 1.90 लाख हस्तशिल्पियों, कारीगरों एवं छोटे उद्यमियों को 16 हजार करोड़ रुपए का ऋण वितरित कर चुकी है। वहीं आज के 50,000 करोड़ रुपए के ऋण वितरण के साथ यह आंकड़ा 66 हजार करोड़ रुपए का हो जाता है। कार्यक्रम में सूक्ष्म, लघु और मध्यम विभाग के मंत्री राकेश सचान, मुख्यमं सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अवस्थापना और औद्योगिक विकास के आयुक्त मनोज कुमार सिंह, क्षेत्रीय निदेशक भारतीय रिजर्व बैंक डॉक्टर बालू और अपर मुख्य सचिव एमएसएमई अमित मोहन प्रसाद समेत आन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
विश्वकर्म जयन्ती की दी शुभकामनाएं
इससे पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने विश्वकर्मा जयन्ती पर हस्तशिल्पियों, कारीगरों एवं अभियन्ताओं सहित सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि देश एवं प्रदेश के आर्थिक विकास में तकनीकी विशेषज्ञों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में कारीगर एवं हस्तशिल्पी पारम्परिक कार्यों के माध्यम से जीविकोपार्जन करते हैं। यह हस्तशिल्पी और कारीगर पारम्परिक कार्यो में अत्यन्त प्रतिभाशाली हैं। इस पारम्परिक कारीगरों की प्रतिभा को निखारने के लिए इनके प्रशिक्षण तथा व्यवसाय में वृद्धि के उद्देश्य से डबल इंजन सरकार द्वारा ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ योजना तथा ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान’ योजना संचालित की जा रही हैं।