डीआइओएस कार्यालय के धरने पर छलका शिक्षकों का दर्द
डीआइओएस कार्यालय में धरने पर पहुंचे शिक्षकों ने विद्यालयों के प्रबंधकों पर भी लगाए आरोप। कहा कुछ प्रबंधकों ने संस्थाओं को वसूली का अड्डा बना दिया है।


LP Live, Muzaffarnagar: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में बुधवार को मुजफ्फरनगर डीआइओएस कार्यालय पर धरना हुआ। इसमें शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की विभिन्न मांगो एवं समस्याओं को लेकर आवाज उठाई गई। 31 सूत्रीय मांगों को लेकर डीआइओएस डा. धर्मेंद्र शर्मा को ज्ञापन दिया।
बुधवार को डीआइओएस कार्यायल हुए धरने में जनपद के विद्यालयों में शिक्षक एवं कर्मचारी पहुंचे। इस दौरान संगठन के जिला अध्यक्ष डा. राहुल कुशवाहा ने कहा कि अन्य प्रदेशों की तरह उत्तर प्रदेश में भी शिक्षकों व कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल की जानी चाहिए। जब तक यह व्यवस्था बहाल नही होती तब तक शिक्षकों के एनपीएस में कुछ नए प्राविधानों को शीघ्र क्रियान्वित किया जाए। इसके अलावा शिक्षकों ने कहा कि सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों का राजकीयकरण किया जाए, क्योंकि जनपद ही नहीं पूरे प्रदेश में ये विद्यालय प्रबंधको की अवैध वसूली का अड्डा बन चुके है, जहां शिक्षको, कर्मचारियों एवं छात्र अभिभावकों से लगातार अवैध वसूली की शिकायते मिलती है। आरोप लगाए कि प्रबंधको का ध्येय संस्थाओं का विकास न होकर बस वसूली मात्र रह गया है। सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य व शिक्षकों की आनलाइन स्थानान्तरण व्यवस्थाओं की विसंगतियों को तत्काल दूर किया जाए। विजय त्यागी ने कहा किकहा कि शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को राज्य कर्मियों की ही तरह कैशलेश चिकित्सा प्रतिपूर्ति की सुविधा प्रदान की जाए, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को पदोन्नति द्वारा एलटी ग्रेड शिक्षक के पद पर पदोन्नत किया जाए। इसके अलावा 31 मांगो से सम्बंधित ज्ञापन डीआइओएस को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा। इस दौरान समीर कुमार, यशपाल सिंह, सतेन्द्र मलिक, गौरव तोमर, कैप्टन बबीता राणा, अजय कुमार, सत्यकाम तोमर, शुभम पाल, मनोज शर्मा, क्षितिज मिश्रा, साधना यादव, डा. सारिका मलिक, बाकर अली, मनोज सिंह, जयवर्धन, सुदेश कुमारी, मोनिका सिंह आदि शिक्षक मौजूद रहे।
