शिक्षकों के इंटरनेट पर दो महीने में पांच लाख खर्च, नहीं लगी उपस्थिति
परिषदीय स्कूलों में टेबलेट से हाजरी लगाने को दिए गए थे टेबलेट और सिम, मुजफ्फरनगर में दो महीने में हुआ इतना खर्च, हाजरी शून्य
LP Live, Muzaffarnagar: परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों और छात्र-छात्राओं की आनलाइन उपस्थित के लिए दिए करीब 1700 टेबलेट के सिम कार्डों का दो ही महीने में पांच लाख का बिल बैठा गए। विडंबना है कि शिक्षकों की आनलाइन उपस्थिति शून्य रही और अधिकतर विद्यालयों में टेबलेट का संचालन ही नहीं हुआ। उधर छात्र-छात्राओं की आनलाइन उपस्थित भी शत-प्रतिशत नहीं है। विभाग के पास सिम कार्ड का दो महीने का बजट पूर्ण हो गया है। अब अगले बजट की डिमांड की गई है। यह पांच लाख रुपये की रकम केवल दो महीने की है।
जिले में 952 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों में तैनात शिक्षकों व विद्यार्थियों की आनलाइन उपस्थिति के लिए बीएसए कार्यालय से करीब 1700 टेबलेट वितरित किए गए थे। इसके बाद इन्हीं टेबलेट के सापेक्ष सिमकार्ड शिक्षकों को दिए गए। सिम कार्ड रिचार्ज की जिम्मेदारी बीएसए कार्यालय से वहन हुई, लेकिन शिक्षकों ने एक भी दिन आनलाइन हजारी में दिलचस्पी नहीं थी। बाद में शासन से ही शिक्षकों की आनलाइन उपस्थिति पर रोक लग गई, लेकिन छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के आदेश यथावत रहे। इसके बाद भी मुजफ्फरनगर के विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की अनलाइन उपस्थिति शत-प्रतिशत नही रही। टेबलेट के सिम रिचार्ज पर नियमित विभाग खर्च करता रहा। दो महीने में जिले के सभी टेबलेट का संचालित करने वाले इंटरनेट का खर्च पांच लाख रुपये से अधिक पहुंचा, जिसके विभाग ने वहन किया। शिक्षकों के टेबलेट के लिए जुलाई और अगस्त के रिचार्ज बिल का पूर्ण भुगतान बेसिक शिक्षा विभाग कर चुका है। अब सिंतबर के लिए बजट मांगा जा रहा है। हालांकि कुछ शिक्षकों का कहना है कि टेबलेट का प्रयोग अधिकतर विद्यालयों में नहीं हो रहा है।
बीएसए ने कहा…
टेबलेट संचालन के लिए शिक्षकों को आदेश है। आनलाइन उपस्थिति के साथ शिक्षकों को बच्चों को टेबलेट से आनलाइन शैक्षिणिक गतिविधियां करानी चाहिए। विभाग रिचार्ज करा रह है, जिसका उपयोग जरूरी है। इसके लिए शिक्षकों को निर्देश दिए जाएंगे।
– संदीप कुमार, बीएसए