बीएसए को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, शारदेन स्कूल में पहुंची टीम


LP Live, Muzaffarnagar: मुजफ्फरनगर के गांव खुब्बापुर में हुए थप्पड़ प्रकरण को लेकर मामला शुक्रवार को गर्म हो गया। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए पहुंचे बीएसए शुभम शुक्ला को कोर्ट परिसर में प्रवेश नहीं मिला। शुक्रवार अंतिम तिथि तक भी पीड़ित छात्र का दाखिला सीबीएसई स्कूल में नहीं होने के कारण कोर्ट ने बीएसए की लापरवाही पर बेसिक शिक्षा सचिव को भी अगली सुनवाई के लिए आनलाइन तलब किया गया। कोर्ट की सख्ती पर एक टीम शारदेन स्कूल में भेजी गई और पीड़ित छात्र और अभिभावक को लेकर देर शाम तक दाखिला प्रक्रिया पूर्ण की गई।

मंसूरपुर थाना क्षेत्र के गांव खुब्बापुर स्थित नेहा पब्लिक स्कूल का एक वीडिया इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ था, जिसमें कक्षा एक के छात्र को अन्य छात्र थप्पड़ लगा रहे थे, यह सब कक्षा में मौजूद प्रधानाचार्या तृप्ता त्यागी करा रही थी। जब यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने लगा तो सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई, जिससे बीएसए की लापरवही से पर्दा उठने लगा। शुक्रवार को बीएसए को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की पूर्ण जानकारी के साथ तलब किया गया था। इससे पहले सुनवाई के दौरान एससी ने बीएसए को आदेश दिया था कि वह 10 नवंबर तक पीड़ित छात्र का प्रवेश सीबीएसई स्कूल में कराए, लेकिन सुनवाई के दौरान तक भी छात्र का प्रवेश नहीं हुआ, जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षा सचिव को 11 दिसम्बर को अगली सुनवाई के लिए आनलाइन तलब के आदेश दिए हैं। यह सख्ती देख बीएसए ने नगर क्षेत्र और शाहपुर बीइओ संजय भारती को शुक्रवार को ही छात्र का दाखिला करने के निर्देश दिए। उन्होंने दोपहर को शारदेन स्कूल पहुंचकर पीड़ित छात्र के अभिभावको को बुलावा लिया। अपने सामने छात्र का दाखिला शारदेन स्कल की कक्षा में कराया। बीएसए शुभम शुक्ला ने बताया कि वह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे, लेकिन उनका प्रवेश पास नहीं बनने के कारण बाहर से ही आनलाइन स्क्रीन पर कार्यवाही हुई। सुप्रीम कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 11 दिसंबर की तिथि निर्धारित की है, जिसमें छात्र के दाखिला और पढ़ाई से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं। छात्र का दाखिला शुक्रवार शाम को शारदेन स्कूल में करा दिया गया है।
