सीएम योगी ने मैनपुरी को दी 412 करोड़ की सौगात
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण

LP Live, Mainpuri/Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मैनपुरी स्थित सिंधिया तिराहे पर स्व. माधवराज सिंधिया की प्रतिमा के अनावरण किया। इस मौके पर माधव राव के पुत्र एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे। इस मौके पर उन्होंने मैनपुरी को 411.49 करोड़ रुपये विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करके यहां की जनता को सौगात दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मैनपुरी स्थित सिंधिया तिराहे पर स्व. माधवराज सिंधिया की प्रतिमा के अनावरण समारोह में मैनपुरी की जनता को विकास कार्यों की बड़ी सौगात दी। उन्होंने कुल 411.49 करोड़ की योजनाओं-विकास कार्यों का तोहफा दिया। सीएम योगी ने 238.30 करोड़ निवेश की 23 औद्योगिक परियोजनाओं का लोकार्पण एवं 173.19 करोड़ की 40 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में पिछले 6 वर्षों में एयर कनेक्टिविटी जिस तेजी से आगे बढ़ी है और उसी तेजी से प्रदेश में हाईवे, एक्सप्रेसवे और सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। प्रदेश में 6 वर्षों में 54 लाख गरीबों को फ्री में आवास दिये गये। इतना ही नहीं दो करोड़ 18 लाख गरीबों के लिए शौचालय का निर्माण किया गया। प्रदेश में 1,21,000 गांव के ऐसे मजरे थे कि जहां बिजली नहीं था आज वह रोशनी से जगमगा रहे हैं। इस दौरान मंत्री जयवीर सिंह, राज्यमंत्री अनूप प्रधान वाल्मीकि, मध्य प्रदेश के मंत्री तुलसी सिलावट, महेंद्र सिंह सिसोदिया, डॉ. अरविंद भदौरिया आदि उपस्थित थे।

माधवराव सिंधियां की प्रतिमा का अनावरण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मैनपुरी में केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. माधवराज सिंधिया की प्रतिमा का अनाववरण किया और उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। सीएम योगी ने माधवराज सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण के मौके पर कहा कि ग्वालियर घराने और गोरखपुर का नाता सदियों पुराना है। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश विदेशी आक्रांताओं से भयभीत था तो उस समय जिन महापुरुषों ने उस आतंक को समाप्त करने में अपना योगदान दिया था, उनको सम्मान देना संतों की परंपरा रही है। गोरक्षपीठ ने संतों की परंपरा को सदैव महत्व दिया है। उस समय गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर ने उस परंपरा का निर्वहन करते हुए माधवराव सिंधिया के पूर्वजों को गोरक्षपीठ की परंपरा से नवाजने का काम किया था। वह उसके हकदार भी थे क्योंकि उन्होंने विदेशी आक्रांताओं को देश की सीमाओं के बाहर फेंकने का काम किया था। उनका योगदान आज भी हमारे लिए स्मरणीय है।
मैनपुरी से सिंधिया परिवार का गहरा नाता: ज्योतिरादित्य
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सिंधिया परिवार का संबंध मैनपुरी से दस-बीस साल पुराना नहीं है बल्कि 250 वर्ष पुराना है। इतिहास के कालखंड में जब भारत माता की धरती पर विदेशी ताकतें अपना पैर पसार रही थीं और रोहिल्ला अफगान इस क्षेत्र पर अत्याचार करने की मुहिम से निकले थे तो मेरे पूर्वज दत्ताजी महाराज सिंधिया और उनके बाद महर्षि महाराज ने इस पूरे क्षेत्र में भारत माता की एकता अखंडता बनाए रखने के लिए राेहिल्ला अफगानों को उखाड़ फेंकने का काम किया। ये वर्ष 1770 की बात है जब केवल मैनपुरी ही नहीं इटावा, मेरठ, बदांयू नजीराबाद तक रोहिल्ला अफगानों का आतंक था। सिंधिया परिवार के पूर्वजों ने उन्हें उखाड़कर फेंकने का काम किया है।
