एआरपी बनने में नहीं दिख रहा शिक्षको का रूझान, केवल 60 आवेदन, बढ़ानी पड़ी तिथि


LP Live, Muzaffarnagar: मुज़फ्फरनगर के परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों को एआरपी (एकेडमिक रिसोर्स पर्सन) बनाने का अवसर दिया गया है, लेकिन चार मार्च तक आवेदन के लिए तय हुई अंतिम तिथि तक शिक्षकों का रूझान बहुत कम दिखाई दिया। सदर और मोरना ब्लाक से केवल तीन ही आवेदन मिले है, जबकि सभी ब्लाक से कुल 60 ही शिक्षकों के आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। कम आवेदन मिलने पर बीएसए ने आवेदन तिथि बढ़ाकर 10 मार्च की है।

47 पद के लिए निकाले है आवेदन: जनपद के 951 परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले करीब डेढ़ लाख छात्र-छात्राओं की गुणवत्ता के लिए स्कूली शिक्षिकों की पूर्ण जिम्मेदारी है, लेकिन छात्रों को विषयवार गुणवत्ता परखने और उन्हें निपुण बनाने के लिए ब्लाक के अनुसार एआरपी तैनात किए गए। जनपद के 9 ब्लाकों में तैनात इन 41 एआरपी का यह कार्यकाल सबसे लंबा पांच वर्ष रहा, जो 31 मार्च को समाप्त हो रहा है। नए एआरपी चयन के लिए बीएसए ने पत्र जारी किया है। नए एआरपी चयन के लिए बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक कम्पोजिट विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं में निर्धारित प्ररूप के अनुसार आवेदन मांगे गए है, जिसके आवेदन की अंतिम तिथि चार मार्च निर्धारित थी, लेकिन पूरे जनपद से केवल 47 पदों के सापेक्ष 60 ही आवेदन मिले हैं। इसमें सदर से केवल और मोरना से केवल दो शिक्षकों ने आवेदन किया। आवेदन संख्या बढ़ाने के लिए बीएसए ने आवेदन तिथि बढ़ाई है। बता दें कि नए एआरपी के लिए सामाजिक विज्ञान के लिए कुल पद 10, अंग्रेजी विषय के लिए आठ पद, हिंदी विषय के लिए 10 पद, गणित विषय के लिए 9 पद और विज्ञान विषय के लिए 10 पदों पर आवेदन मांगे गई है। शिक्षकों को अवगत कराया है कि खतौली और पुरकाजी में अंग्रेजी तथा नगर क्षेत्र में गणित विषय के लिए एआरपी के पद रिक्त नही है।
