खतौली उपचुनाव: जयंत चौधरी ने 11 गांवों में की नुक्कड़ सभाएं
जयंत चौधरी ने कहा, उनके पिता स्वर्गीय अजीत सिंह भले ही लोकसभा चुनाव में हार गए हो, लेकिन उन्होंने भाईचारे की जीत दर्ज कराई थी


LP Live, Muzaffarnagar: राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य जयन्त चौधरी ने मुजफ्फरनगर के खतौली विधानसभा क्षेत्र के गांव अखलाकपुरा में नुक्कड़ सभा में कहा कि किसान आंदोलन और उनकी एकता से भाजपा सरकार डर गई थी। हालात ऐसे बने थे कि प्रधानमंत्री को मामले पर माफी मांगनी पड़ी थी। यह सब कुछ किसान एकता और आपसी भाईचारे के कारण संभव हो पाया।

उन्होंने कहा कि उनके पिता स्व. अजीत सिंह ने मुजफ्फरनगर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। उनकी हार भले ही हुई, लेकिन वह यहां पर भाईचारा जीता कर गए हैं। दो बिछड़े भाइयों को उन्होंने मिलाने का काम किया। यही उनकी जीत थी। रालोद अध्यक्ष जयंत ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी पर एक सीट जीतने के बाद कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन वह हार गए तो क्षेत्र की जनता को बहुत कुछ मिल जाएगा। साथ ही उनका अंहकार टूट जाएगा। प्रदेश सरकार किसानों की बात करती है, लेकिन पिछले वर्ष के मुकाबले डेढ़ माह हो गया है। अभी तक गन्ना मूल्य तय नहीं हो सका है। भाजपा जनता को अपनी वोट समझती हैं, लेकिन हमारा मकसद आपसी भाईचारा और एकता का है इसलिए सर्व समाज को एकजुट होने का समय है, जिन लोगों ने नफरत फैलाने का काम किया। वह संस्कार और सभ्यता की बात करते हैं। रविवार को रालोद अध्यक्ष ने जानसठ क्षेत्र के 11 गांवों में नुक्कड़ सभाएं कर गठबंधन प्रत्याशी मदन भैया के लिए समर्थन जुटाने का प्रयास किया है।
