अपराधउत्तर प्रदेश
मुजफ्फरनगर अग्निकांड की जांच शुरू, अफसरों के बयान दर्ज


LP Live, Muzaffarnagar: सूजडू स्थित 66 केवी बिजली घर के साथ बने विद्युत उपकरण भंडारण केंद्र में लगी आग के बाद अब जांच शुरू हो गई है। मेरठ पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम की प्रबंधक निदेशक ने इसके लिए जांच कमेटी गठित की है। जांच कमेटी में शामिल अधिकारी शुक्रवार को मुजफ्फरनगर पहुंचे और वहां बयान दर्ज किए। टीम के अधिकारियों ने अधिशासी अधिकारी स्टोर धर्मेंद्र कुमार, स्टोर कीपर सुनील कुमार, एसडीओ साहब सिंह, जेई नितिन अरोरा के बयान दर्ज किए गए। इसके अलावा अग्निकांड की सीसीटीवी फुटैज भी कब्जे में ली गई।
बुधवार सुबह करीब पांच बजे सूजडू चुंगी स्थित विद्युत उपकरण भंडारण केंद्र में 11 केवी के फीडर में चिंगारी उठने से लगा लग गई थी। विद्युत विभाग के स्थानीय अफसरों का कहना था कि यह आग सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी, जिसमें हल्की सी चिंगारी हवा के कारण तेज हो गई थी और वहां रखे सामानों तक पहुंच गई। इससे करीब पांच करोड़ रुपये का विद्युत सामान जलकर रख हो गया था। इस आग को बुझाने के लिए 9 गाड़ियां लगी थी, जिसके बाद अगले दिन गुरुवार तक भी आग की गर्मी और धुंआ सामानों से निकलता रहा। मामले की जांच के लिए शुक्रवार को कमेटी गठित हो गई। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम की प्रबंध निदेशक चैत्रा वी. ने दो सदस्य समिति का गठन कर दिया, जिसमें मुख्य अभियंता तकनीकि एके जायसवाल और अधीक्षण अभियंता एसके गर्ग शामिल है। कमेटी गठित होने के बाद टीम शुक्रवार को मुजफ्फरनगर पहुंची। जांच अधिकारियों ने दिनभर केंद्र में जलकर राख हुए सामान की जांच पड़ताल की। इस दौरान वहां जले सामान के आने का समय और सामानों की मात्रा का आंकलन किया गया। जांच अधिकारियों ने स्टोर कीपर की तैनाती और उनके ड्यूटी का समय भी नोट किया है। इसके अलावा कुछ राख के सैंपल भी एकत्रित किए गए हैं। विद्युत उपकरण भंडारण केंद्र के अधीक्षण अभियंता संदीप पांडेय ने बताया कि दो सदस्य जांच कमेटी केंद्र में लगी आग की जांच कर रही है। टीम देर शाम तक अपनी कार्यवाही में लगी रही।
