
लेखक: अशोक बालियान, चेयरमैन, पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन
श्रीराम कॉलेज मुजफ्फरनगर में 20 सितंबर 2025 को पशु चिकित्सा दिवस के अवसर पर कृषि विभाग में ‘मिलेट्स रेसिपी एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम’ हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ जिला पंचायत अध्यक्ष डा. बीरपाल निर्वाल, उपनिदेशक कृषि प्रमोद सिरोही, श्रीराम कॉलेज के निदेशक डॉ अशोक कुमार, द्वारा किया गया।
इस अवसर पर चेयरमैन, पीजेंट वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन अशोक बालियान ने कहा कि आज हम यहाँ एक महत्वपूर्ण विषय “मिलेट” यानी मोटे अनाज पर एकत्र हुए हैं। यें केवल भोजन नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और परंपरा की धरोहर हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार बाजरा किसानों को प्रोत्साहित कर रही है।
जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ बीरपाल निर्वाल ने कहा कि भारत में सदियों से बाजरा, ज्वार, रागी, कोदो जैसे अनाज खाए जाते रहे हैं। लेकिन समय के साथ ये हमारी थालियों से दूर होते गए। परिणामस्वरूप मधुमेह, मोटापा और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियाँ बढ़ीं। ऐसे समय में मिलेट एक प्राकृतिक औषधि की तरह सामने आते हैं, ये ग्लूटेन-फ्री हैं,फाइबर और पोषण से भरपूर हैं,और शुगर लेवल नियंत्रित रखते हैं।
उपनिदेशक कृषि प्रमोद सिरोही कहा कि मोदी सरकार ने केंद्रीय बजट में मिलेट यानी मोटे अनाजों के उत्पादन के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया है। उत्तरपदेश की योगी सरकार ने भी इसके लिए मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम को मंजूरी दी है। “स्वस्थ जीवन और समृद्ध परंपरा का रास्ता हमारी थालियों में छुपा है, और वह रास्ता मिलेट्स से होकर गुजरता है।”
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