
चीन को भी पीछे छोड़ा, पाकिस्तान की वायुसेना 18वें नंबर पर
LP Live, New Delhi: दुनिया में भारत की वायुसेना तीसरी सबसे ताकतवर सेना में शुमार हो गई है। भारत से आगे नंबर पर अमेरिका और रूस दूसरे नंबर पर है।


वर्ल्ड डायरेक्टरी ऑफ मॉडर्न मिलिट्री एयरक्राफ्ट की ताजा रैंकिंग के मुताबिक भारतीय वायुसेना ने चीन को पीछे छोड़ते हुए तीसरा स्थान हासिल कर लिया है। ताजा रिपार्ट के अनुसार पहले नंबर पर अमेरिका और दूसरे नंबर पर रूस है, जिसके बाद भारत की वायुसेना का नंबर है। भले ही भारत से ज्यादा सैन्य विमान चीन के पास हैं, लेकिन इस रैंकिंग भारतीय वायुसेना की मारक क्षमता चीन से कहीं ज्यादा मजबूत हँ। वर्ल्ड डायरेक्टरी ऑफ मॉडर्न मिलिट्री एयरक्राफ्ट हर साल इसी आधार पर यह रैंकिंग तय करता है। गौरतलब है कि ये रैंकिंग सिर्फ विमानों की संख्या से नहीं, बल्कि लड़ाकू ताकत, रक्षा क्षमता, लॉजिस्टिक सपोर्ट, ट्रेनिंग और तकनीकी आधुनिकता के आधार पर तय की जाती है। पाकिस्तान की एयरफोर्स 18वें नंबर पर है, जो चीन के बने हथियारों पर निर्भर है, लेकिन तकनीक और ट्रेनिंग के मामले में भारत चीन से बहुत आागे आगे है। इस इस रैंकिंग में 103 देशों पर नजर रखी गई है और 129 हवाई सेवाओं का आकलन किया गया है।

भारत से पीछे पहुंचा चीन
भारतीय वायुसेना का चीन से आगे आने का कारण यह भी है कि भारत सिर्फ मशीनों पर नहीं, पायलटों की ट्रेनिंग पर भी ध्यान देता है। भारत की वायुसेना तेज प्रतिक्रिया देने की क्षमता और सटीक हमला करने की ताकत असली कारण है। भारत की तीनों सेनाओं के बीच अच्छा तालमेल है। भारत की यही साझेदारी युद्ध के दौरान काम आती है। जबकि चीन अपनी एयरफोर्स फ्लीट को अपग्रेड करने और एडवांस टेक्नोलॉजी डेवलप करने में अरबों डॉलर खर्च कर रहा है। वहीं रूस के पास भले ही ज्यादा विमान हो, लेकिन फिर भी वो यूक्रेन पर हवाई कंट्रोल नहीं बना पा रहा है।
पाकिस्तान से आगे सऊदी
भारतीय वायुसेना के बाद इस रैंकिंग में चीन की एयरफोर्स चौथे नंबर पर है। इसके बाद जापानी वायुसेना पांचवें, इजरायली एयरफोर्स को छठें, फ्रांस की वायुसेना सातवें नंबर पर है। जबकि ब्रिटेन की वायुसेना फ्रांस के बाद आठवें नंबर पर है। पाकिस्तान की एयरफोर्स 18वें नंबर पर है, जबकि सऊदी अरब की एयरफोर्स को 17वां नंबर मिला है।











Total views : 85902