ठंड में साइलेंट अटैक का खतरा, ध्यान रखे हार्ट और शुगर के मरीज
LP Live, Health Desk: ठंड का मौसम शुरू हो गया है। ठंड में अन्य बीमारियों के साथ हार्ट अटैक की समस्या लोगों में अधिक बढ़ जाती है। ऐसे में हार्ट के मरीजों को तो अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है ही सामान्य मरीजों को भी बहुत ध्यान से ठंड के मौसम में रहने की जरूरत है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की माने तो ठंड के समय में सुबह का समय साइलेंट किलर का काम करता है। उस वक्त सोते हुए ही लोगों को बीपी बढ़ जाता है और हार्ट की समस्या आने पर लोगों को अटैक पड़ता है।
क्या कहते हैं ह्दय रोग विशेषज्ञ डा.अनुभव सिंगल
कंट्रोल करें शुगर और बीपी, बीड़ी-सिगरेट पीने से बचे
ह्दय रोग विशेषज्ञ डा. अनुभव सिंगल बताते हैं कि ठंड के मौसम में हार्ट अटैक के अधिक मामले आने का मुख्य कारण है सुबह ठंड के समय नसे को सुकुड़ना। उन्होंने बताया कि सुबह चार बजे से सात बजे के बीच नशे सुकुड़ती है, जिस कारण बीपी बढ़ता है। इससे मरीजों को हार्ट अटैक की समस्या आती है। इससे बचने के लिए हार्ट के मरीज अपनी दवाइयों को नियमित सेवन करते रहें। वहीं उनका कहना है कि जिन लोगों को हार्ट और बीपी की कोई समस्या नहीं है, उन्हें बीडी, सिगरेट, तंबाकू आदि नशीले पद्धार्थ के सेवन से बचना है और हार्ट अटैक के लक्षण आते ही तुरंत चिकित्सको से चैकअप कराएं।
वरिष्ठ परामर्शदाता डा. योगेंद्र त्रिखा की सलाह
मुजफ्फरनगर के जिला अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता डा. योगेंद्र त्रिखा बताते है कि ठंड के मौसम में हार्ट की समस्याएं बढ़ती है। कुछ भी परेशानी आने पर चिकित्सक के संपर्क में आना चाहिए। ठंड के बुजुर्गों को अधिक ध्यान रखने की जरूरत है। सुबह सवेरे-सवेरे टहलने की बजाए थोड़ा लेट लहलने निकले। ठंडा पानी और भोजन नहीं करें। उन्होंने बताया कि आम मरीजों को तंबाकू और धूम्रपान से बचकर रहने की जरूरत है। हार्ट के मरीजों को भी समय पर दवाइयां और चैकअप की जरूरत बढ़ जाती है।