
LP Live, Hapur/ Lucknow: उत्तर प्रदेश में जीएसटी विभाग का बड़ा घोटाला सामने आया है। हापुड़ में राज्य के जीएसटी विभाग में 21 करोड़ रुपये के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) घोटाले के खुलासे के बाद राज्य कर विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभाव से तीन सहायक आयुक्तों को निलंबित कर दिया है। इसमें गोरखपुर जिले का भी मामला शामिल है। जीएसटी विभाग के प्रमुख सचिव आईएएस एम देवराज के संज्ञान में मामला आने के बार तीनों अधिकारियों को निलंबित किया गया है।
ये तीन अधिकारी हुए हैं निलंबित
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हापुड़ में तैनात दो अधिकारियों की लापरवाही के कारण बोगस फर्में को हवा दी गई। अधिकारियों ने मिलीभगत कर सरकारी खजाने को भारी नुकसान पहुंचाया, जिसके आरोप में निलंबित अधिकारियों में हापुड़ के जितेंद्र कुमार और अभय कुमार पटेल (वर्तमान में प्रयागराज में तैनात) के साथ गोरखपुर के अजय कुमार भी शामिल हैं। उपायुक्त लालचंद के खिलाफ भी अनुशासनात्मक जांच शुरू की गई है।
सरकारी खजाने को 19.5 करोड़ का नुकसान
जांच में फर्म के अस्तित्वहीन पाए जाने के बाद पंजीकरण निरस्तीकरण का नोटिस जारी किया गया और 5.37 करोड़ रुपये की आईटीसी ब्लॉक कर दी गई। बावजूद इसके, उमेरुल निशा ने बिना किसी वास्तविक खरीद-बिक्री के वित्तीय वर्ष 2023-24 में 15.08 करोड़ और 2024-25 में 5 करोड़ रुपये की आईटीसी अपने खाते में ट्रांसफर कर ली। कुल नुकसान सरकारी खजाने को 19.5 करोड़ रुपये का हुआ। विभागीय जांच में सामने आया कि सहायक आयुक्तों ने पंजीकरण प्रक्रिया में गंभीर लापरवाही बरती। इससे फर्जी फर्मों को लाभ मिला। अधिकारियों पर फर्जीवाड़े में सांठगांठ के भी आरोप लगे हैं। इस कार्रवाई के बाद जीएसटी विभाग में हड़कंप मच गया है।
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