पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का निधन
मध्य प्रदेश के पैतृक गांव बंदाई में होगा अंतिम संस्कार
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री समेत विभिन्न दलों के नेताओं ने जताया गहरा शोक
LP Live, New Delhi: पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव और जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव का बीती रात निधन हो गया। उन्होंने गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में 75 साल की आयु में अंतिम सांस ली। उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली के छतरपुर स्थित उनके निवास स्थान पर रखा गया है। जबकि अंतिम संस्कार मध्य प्रदेश में जिला होशंगाबाद के बंदाई गांव में उनके पैतृक गांव में किया जाएगा।
अटल बिहारी वाजपेयी व वीपी सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद पवार को सांस में आ रही तकलीफ की वजह से गुरुग्राम के इन निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें किडनी की समस्या थी और डायलिसिस पर थे। यादव के निधन की खबर उनकी बेटी सुभाषिनी यादव ने सोशल मीडिया दी और फेसबुक पर लिखा, कि पापा अब नहीं रहे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा व बेटी हैं। दूसरी ओर फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने भी एक बयान जारी कर बताया कि शरद यादव को अचेत अवस्था में आपातकालीन वार्ड में लाया गया और जांच के दौरान उनकी नाड़ी नहीं चल रही थी, लेकिन उपचार के प्रयास सफल नहीं हुए और गुरुवार की रात 10.19 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। शरद यादव के दामाद राज कमल राव ने बताया कि उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ था, हम उन्हें अस्पताल ले गए, वहां पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्हें किडनी की समस्या थी और डायलिसिस पर थे। उनके पार्थिव शरीर को मध्य प्रदेश में उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।
केंद्र सरकार में रहे मंत्री
शरद यादव यादव 1989 में वीपी सिंह नीत सरकार में मंत्री थे। उन्होंने 90 के दशक के अंत में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में भी मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बने लालू प्रसाद यादव को एक समय उनका समर्थन प्राप्त था। बिहार के मुख्यमंत्री और जद (यू) नेता नीतीश कुमार द्वारा 2013 में भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ने का फैसला करने के पहले वह भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के संयोजक थे। बाद में उन्होंने अपनी पार्टी भी बनाई। उन्होंने 2022 में अपनी पार्टी का राष्ट्रीय जनता दल में विलय कर लिया था। शरद यादव का जन्म एक जुलाई 1947 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद के बंदाई गांव के एक किसान परिवार में हुआ था। शरद यादव एक प्रमुख समाजवादी नेता थे। वे 70 के दशक में कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल कर चर्चा में आए थे। वह लोकदल और जनता पार्टी से टूटकर बनी पार्टियों में रहे।
शरद के निधन से राजनीति में शोक की लहर
शरद यादव के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) प्रमुख जयंत चौधरी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार, आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव, तेजस्वी यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार सहित अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।